Bangladesh Army: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार को अपदस्थ करने वाले प्रदर्शनकारी छात्रों ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि देश में एक बार फिर बाजी पलटने वाली है, क्योंकि बांग्लादेश की सेना शेख हसीना को फिर से प्रधानमंत्री बनाने की जुगत कर रही है. ऐसे में सवाल है कि क्या मोहम्मद यूनुस की सरकार का तख्तापलट होने वाला है?
NCP के आरोपों ने मचाई खलबली
बांग्लादेश में छात्रों के नवगठित राजनीतिक दल एनसीपी ने तख्तापलट का आरोप लगाकर खलबली मचा दी है, लेकिन छात्रों ने ये आरोप किस आधार पर लगाए है इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया है. हालांकि छात्रों के इन आरोपों से बांग्लादेश के साथ ही अन्य देशों में भी हलचल पैदा हो गई है. बता दें कि नवगठित छात्र नेतृत्व वाली पार्टी के आरोपों को लेकर बांग्लादेश की राजनीति में गहमागहमी पैदा हो गई है.
छात्रों की पार्टी के आरोपों पर सेना का जवाब
इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों साफ तौर पर सेना को निशाने पर लिया है. उनका कहना है कि सेना अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग की बहाली की योजना बना रही है. हालांकि सेना ने छात्रों की पार्टी एनसीपी के इन आरोपों को “हास्यास्पद और मनगढंत कहानियां” बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है.
एनसीपी ने सैन्य समर्थित साजिश को विफल करने की खाई कसम
बता दें कि नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) ने शनिवार को देश के प्रतिष्ठित ढाका विश्वविद्यालय परिसर में विरोध रैलियां कीं तथा पार्टी को पुनर्स्थापित करने की “सैन्य समर्थित साजिश” को किसी भी कीमत पर विफल करने की कसम खाई. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य मुख्यालय ने कहा है कि “यह एक राजनीतिक हथकंडे के अलावा और कुछ नहीं था.” सेना ने इन दावों को “हास्यास्पद और मनगढंत कहानियां” बताया.
हसीना को फांसी पर लटकाने की मांग
दरअसल, छात्रों की पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक हसनत अब्दुल्ला ने शनिवार को दावा किया कि सेना एक “परिष्कृत” अवामी लीग को पुनर्स्थापित करने का प्रयास कर रही है. ऐसे में एनसीपी की तरफ से ढाका विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान अब्दुल्ला के सैकड़ों समर्थकों ने सेना प्रमुख के खिलाफ नारे लगाए और हसीना तथा उनके ‘साथियों’ को मुकदमे के बाद फांसी पर लटकाने की मांग की.