Bangladesh; BNP Leader Gayeshwar Roy: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने पद से इस्त’फा देने क बाद से ही भारत में हैं. कहा जा रहा है कि वह अगले कुछ समय तक यहीं रह सकती हैं. यूं कहें कि उन्होंने भारत में अस्थायी तौर पर राजनीतिक शरण में है लेकिन यह बात वहां की मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) को खटक रही है. बीएनपी के एक बड़े नेता ने कहा है कि ‘आप अगर हमारे दुश्मन की मदद करेंगे तो भारत और बांग्लादेश के बीच जो परस्पर सहयोग है, उसका सम्मान करना मुश्किल होगा.
भारत वैसा ही व्यवहार करे
बता दें कि भारत को यह सीधा संदेश बीएनपी के वरिष्ठ नेता गायेश्वर रॉय द्वारा दिया गया है. बीएनपी नेता रॉय ने नसीहत देते हुए कहा कि दो देशों के बीच परस्पर सहयोग की जो भावना होती है, भारत को उसके अनुरूप व्यवहार करना चाहिए. टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, रॉय ने कहा कि हसीना सरकार में जो हमारे विदेश मंत्री थे, उन्होंने पिछले चुनाव से पहले कहा था कि सरकार में वापसी के लिए भारत शेख हसीना की सहायता करेगा. भारत अब शेख हसीना की सहायता कर रहा है.
बांग्लादेश के लोगों और भारत के बीच कोई विवाद नहीं है. लेकिन क्या भारत को एक ही पार्टी को आगे बढ़ाना चाहिए, पूरे देश को नहीं?’ जानकारी दें कि गायेश्वर रॉय बीएनपी की स्थायी समिति के सदस्य हैं. यह कमेटी पार्टी से जुड़े सभी बड़े फैसले करती है. गायेश्वर रॉय 1991 में बीएनपी की नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
हमने दुर्गा पूजा के लिए अनुदान शुरू किया-रॉय
बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाए जानें की रिपोर्टों पर गायेश्वर रॉय ने कहा कि बीएनपी पार्टी में देश के अलग-अलग समुदाय के लोग हैं. यह पार्टी सभी धर्मों के लोगों की है. बीएनपी एक राष्ट्रवादी पार्टी है लेकिन हम सभी समुदायों के लोगं के अधिकारों में विश्वास रखते हैं. अल्पसंख्यकों के लिए बीएननी द्वारा उठाए गए कदमों को लेकर रॉय ने बताया कि 1991 में जब वह मंत्री थे तो दुर्गा पूजा के लिए उन्होंने अनुदान देने की व्यवस्था शुरू की.
उन्होंने कहा कि आज भी यह व्यवस्था चल रही है, किसी भी सरकार ने इस पहल पर रोक नहीं लगाई. उन्होंने आगे कहा कि बीएनपी के बारे में इस तरह की धारणा बनाई गई है कि वह भारत विरोधी पार्टी है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. बांग्लादेश को आजादी दिलाने में भारत ने सहायता की है, ऐसे में हम भारत के विरूद्ध नहीं जा सकते.
बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार का गठन
बताते चले कि बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में कल, गुरुवार को शपथ ग्रहण की. देश में सरकार विरोधी व्यापक प्रदर्शनों के कारण शेख हसीना अपने पद से इस्तीफा देकर सोमवार को भारत आ गई थी. बांग्लादेश में अफरा-तफरी के माहौल के बीच मोम्मद यूनुस ने देश को संभाला है.
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