Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में हिंसक आंदोलन की चिंगारी शेख हसीना के तख्तापलट तक पहुंच गई. सत्ता पर काबिज शेख हसीना को आनन फानन में पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके साथ ही उन्होंने देश को भी छोड़ दिया है. वहीं बांग्लादेश में मचे उथल पुथल के बीच मशहूर लेखिका और एक्टिविस्ट तसलीमा नसरीन ने शेख हसीना के नीतियों की आलोचना की है. साथ ही उनके देश छोड़ने पर तंज कसा है.
शेख हसीना ने मुझे देश से निकाला और…
बांग्लादेश की लेखिका तसलीमा नसरीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा की. पोस्ट में उन्होंने ढाका की मौजूदा स्थिति और शेख हसीना को निशाना बनाया. तसलीमा ने कहा कि जिन्हें खुश करने के लिए शेख हसीना ने मुझे देश से निकाला. आज वहीं लोग हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिए.
Hasina had to resign and leave the country. She was responsible for her situation. She made Islamists to grow. She allowed her people to involve in corruption. Now Bangladesh must not become like Pakistan. Army must not rule.Political parties should bring democracy & secularism.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) August 5, 2024
हसीना को इस्लामवादियों ने देश छोड़ने पर किया मजबूर
बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा ने पोस्ट में लिखा, हसीना ने जिन इस्लामवादियों को खुश करने के लिए 1999 में मुझे मेरे बांग्लादेश से बाहर कर दिया, आज उन्हीं लोगों ने ही शेख हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने आगे कहा कि जब मैं अपनी मां को उनकी मृत्युशय्या पर देखने के लिए बांग्लादेश आई तो मुझे प्रवेश मिला और मुझे फिर कभी देश में दाखिल नहीं होने दिया गया. वही इस्लामवादी छात्र आंदोलन का हिस्सा रहे हैं जिन्होंने आज शेख हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर किया है.
पाकिस्तान जैसा न बने बांग्लादेश
वहीं इस पोस्ट के पहले लेखिका तसलीमा ने बांग्लादेश के लिए एक और पोस्ट की. उस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा. वह अपनी स्थिति की जिम्मेदार खुद थी. उन्होंने इस्लामवादियों को बढ़ने के लिए प्रेरित किया. अपने लोगों को भ्रष्टाचार में शामिल होने की परमिशन दी. अब देश को पाकिस्तान जैसा नहीं बनना चाहिए. सत्ता सेना के हाथ में नहीं होना चाहिए. राजनीतिक पार्टियों को लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता लाने की जरूरत है.
बांग्लादेश में बैन हैं तस्लीमा
बता दें कि बांग्लादेश की फेमस लेखिका तसलीमा नसरीन बांग्लादेश में बैन हैं. उन्हें अपने ही देश में दाखिल नहीं होने दिया जाता है. अपने देश से प्रतिबंधित होने के बाद तस्लीमा नसरीन ने भारत में आकर शरण लीं और भारत में रहने लगीं.
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