Bangladesh Election Commission : बांग्लादेश में सरकार विरोधी छात्र आंदोलन के कारण पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा और देश को छोडकर भारत में शरण लेने पर मजबूर होना पड़ा था. ऐसे में बांग्लादेश में इस वक्त मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार सत्ता में है.
वहीं, जब शेख हसीना ने बांग्लादेश से भागकर भारत आईं थी, तो लगा कि उनका राजनीतिक करियर खत्म हो गया, लेकिन अभी हाल ही में यूनुस सरकार के ही एक सलाहकार द्वारा जानकारी दी गई है, कि शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग चुनाव लड़ने वाली है, जिसे रोकने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि जब से शेख हसीना देश छोड़कर भारत आई है, तब से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भारत से उनके प्रत्यार्णपण की मांग कर रहें है.
अवामी लीग को मिली बड़ी राहत
इस दौरान बांग्लादेश के एक अदालत में कई याचिकाएं भी दाखिल की गई है, जिससे अवामी लीग को कानूनी रूप से चुनाव लड़ने से रोका जा सके. वहीं, चुनाव आयोग की ओर से शेख हसीना को बड़ी रहात मिली है. आयोग ने कहा है कि ‘अवामी लीग को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए कोई कानूनी बाधा नहीं है.’
लीग के चुनाव लड़ने पर न लगे रोक
हालांकि इससे पहले खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया था कि वो नहीं चाहते कि अवामी लीग के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए. लेकिन वो शेख हसीना और उनके पार्टी के अन्य बड़े नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में जरूर हैं.
बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कही ये बात
इसके अलावा, अवामी लीग की भागीदारी के बारे में चिंताओं पर बात करते हुए बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त एएमएम नासिर उद्दी ने कहा कि यह एक राजनितिक मामला है. ऐसे में कुछ लोगों अवामी लीग को चुनाव में भाग लेने से रोकने के लिए अदालती आदेश की मांग करते हुए केस फाइल की है. ऐसे में अदालत की ओर से कोई फैसला सुनाया जाता है, तो हम उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे.”
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