बांग्लादेश में नया बवाल, यूनुस के इस्तीफे की उठने लगी मांग; अवामी लीग ने किया देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bangladesh: अमेरिका में डोनाल्‍ड ट्रंप के बागडोर संभालने के बाद बांग्लादेश में नया बवाल शुरू हो गया है. बांग्‍लादेश में मोहम्मद यूनुस के इस्‍तीफे की मांग होनी शुरू हो गई है. ऐसे में क्‍या अब एक बार फिर शेख हसीना की बांग्लादेश में वापसी होगी?

बता दें कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में बांग्‍लादेश को दी जाने वाली तमाम सहायताओं पर राक लगा है, जिसके बाद वहां हलचल पैदा होने लगी है. देश में अस्थिरता के अनुमान पर पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी ने कई मुद्दों को लेकर मोहम्मद यूनुस को घेरना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं, अब हसीना की आवामी लीग पार्टी ने मोहम्मद युनुस के भी इस्तीफे की मांग कर दी है.

यूनुस सरकार के अंदर मचा हड़कंप

दरअसल, बांग्लादेश की अपदस्थ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के इस्तीफे की मांग के साथ ही देश भर में सिलसिलेवार विरोध प्रदर्शनों की घोषणा भी कर दी है, जिससे यूनुस सरकार के अंदर हड़कंप मचा हुआ है.

हिंदुओं पर अत्याचार का आरोप

रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेख हसीना के अवामी लीग ने यूनुस द्वारा  बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर ‘अत्याचार’ करने का आरोप लगाया गया है. अवामी लीग द्वारा फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक बयान के अनुसार, पार्टी अंतरिम सरकार के इस्तीफे की मांग करने तथा हड़ताल एवं नाकेबंदी के लिये एक फरवरी से सड़कों पर उतरेगी.

आवामी लीग चलाएगी बड़ा अभियान

आावामी पार्टी के बयान में कहा गया है कि पार्टी शनिवार से बुधवार तक अपनी मांगों के लिए पर्चे बांटेगी और अभियान चलाएगी. वहीं, 6 फरवरी को देशभर में विरोध मार्च और रैलियां आयोजित की जाएंगी और 10 फरवरी को प्रदर्शन और रैलियां होंगी. इसके अलावा, 16 फरवरी को देशव्यापी नाकेबंदी की घोषणा की गई है तथा 18 फरवरी को सुबह से शाम तक ‘सख्त’ हड़ताल होगी.

पार्टी के खिलाफ आरोपों को वापस लेने की मांग

उन्‍होंने बयान में अवामी लीग के सत्ता से बेदखल होने के बावजूद हसीना को ‘प्रधानमंत्री’ बताया गया. पार्टी ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में अपदस्थ प्रधानमंत्री और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ हत्या के मामलों तथा अन्य आरोपों को वापस लेने की भी मांग की है.

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