Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भी लगातार मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. दरअसल, अब बांग्लादेश की पुलिस ने हसीना और 72 अन्य लोगों पर गृह युद्ध छेड़कर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को हटाने की साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया है. इस बात की जानकारी शनिवार को अधिकारियों द्वारा दी गई.
एक पुलिस अधिकारी ने अपने बयान में कहा कि ‘‘हां, हमारे आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने वर्तमान सरकार को गिराने की साजिश रचने के आरोप में ढाका के मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में मामला दर्ज किया है.’
इन योजनाओं पर कई गई चर्चा
इस मामले को संज्ञान में लेकर कोर्ट ने सीआईडी को जांच शुरू करने को कहा है. दरअसल, सीआईडी ने 19 दिसंबर, 2024 को हुई एक ऑनलाइन बैठक के बारे में जानकारी मिलने के बाद यह मामला दर्ज किया. इस बैठक में ‘जॉय बांग्ला ब्रिगेड’ नामक एक मंच बनाया और गृह युद्ध के जरिए देश की सत्ता में फिर से हसीना सरकार को लाने के योजनाओ पर चर्चा की गई.
बांग्लादेश की सेना पर लगा ये आरोप
बांग्लादेशी मीडिया ने बताया कि ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और मेजबान, सह-मेजबान एवं बैठक में भाग लेने वाले अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच बातचीत की ‘रिकॉर्डिंग’ से पता चला है कि बैठक के दौरान इन लोगों ने संकल्प लिया था कि वो वैध सरकार को शांतिपूर्ण तरीके से देश चलाने नहीं देंगे.’’ हालांकि इससे पहले भी प्रदर्शनकारी छात्रों ने बांग्लादेश की सेना पर भी मौजूदा सरकार के तख्तापलट की साजिश का आरोप लगाया था.
शेख हसीना पर अब तक 100 से ज्यादा मुकदमे
पुलिस के मुताबिक, इस बैठक में देश-विदेश से कुल 577 लोग शामिल हुए. इस दौरान इन लोगों ने अवामी लीग की अमेरिकी शाखा के उपाध्यक्ष रब्बी आलम द्वारा बुलाई गई बैठक में हसीना के निर्देशों के प्रति समर्थन जताया. साथ ही आलम को दंड संहिता के तहत दर्ज मामले में दूसरे आरोपी के रूप में नामित किया गया था.
5 अगस्त को गिर गई हसीना सरकार
बता दें कि छात्रों के नेतृत्व में हुए हिंसक जन-विद्रोह के कारण हसीना की अगुवाई वाली 16 साल पुरानी अवामी लीग सरकार पिछले साल 5 अगस्त को गिर गई थी, जिसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना गोपनीय तरीके से बांग्लादेश छोड़कर भारत चली गई थीं. देश में हसीना के सरकार गिरने के बाद से ही उन पर सामूहिक हत्या और भ्रष्टाचार सहित 100 से अधिक मामले दर्ज कराए गए हैं.
इसे भी पढें:-Earthquake: एक बार फिर कांपी म्यांमार की धरती, लोगों में दहशत का माहौल