Bangladesh: बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह कथित तौर पर देश छोड़कर भारत आने की कोशिश कर रहे थे. बांग्लादेश के सीमा रक्षकों (बीजीबी) ने उन्हें भारत के साथ लगती पूर्वोत्तर सीमा से गिरफ्तार किया है. बीजीबी ने शुक्रवार देर रात इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर न्यायाधीश शम्सुद्दीन चौधरी माणिक को उन्होंनें देश से भागने की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया है. जस्टिस मणिक को रात तक बीजीबी चौकी में ही रखा गया था. यह रिपोर्ट शुक्रवार को अवामी लीग नेता एएसएम फिरोज की उनके आवास से गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद आई.
बॉर्डर से गिरफ्तार जस्टिस माणिक
19वीं बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश बटालियन के कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल असदुन नबी ने बताया कि हमने उनको सिलहट की कनाईघाट सीमा पर उस वक्त पकड़ लिया जब वह अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे. अब माणिक को कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा. जानकारी के अनुसार, बीएनपी के संस्थापक जियाउर रहमान के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए गुरुवार को उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया था.
शेख हसीना समर्थक माने जाते हैं माणिक
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज माणिक को शेख हसीना का समर्थक माना जाता है. हाल के आरक्षण को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान वह तब सुर्खियों में आए, जब उन्होंने एक टीवी टॉक शो में खुलकर शेख हसीना का पक्ष लिया था और आंदोलनकारियों को रजाकार कहकर आलोचना की थी. वहीं शेख हसीना के इस्तीफा के बाद माणिक अंडरग्राउंड हो गए थे. शुक्रवार रात को उनकी गिरफ्तारी की खबर सामने आई है.
हसीना सरकार गिरने के बाद अवामी लीग नेताओं पर कार्रवाई जारी
मालूम हो कि बांग्लादेश में कुछ समय से भारी अराजकता और उथलपुथल मचा हुआ है. मुख्य रूप से 5 अगस्त को शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफा के बाद अवामी लीग से जुड़े नेताओं और उनके समर्थकों पर एक्शन जारी है. सैकड़ों की संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बड़ी संख्या में मुकदमे दायर किए गए हैं. बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ भी हत्या के कई केस दर्ज किए जा चुके हैं.
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