Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश में लगातार बिगड़ते हालातों को देखकर शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उन्होंने अपना मुल्क भी छोड़ दिया. आइए आपको बताते हैं कि बांग्लादेश छोड़ने से पहले शेख हसीना ने आखिर के घंटे में क्या-क्या किया…
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर जारी प्रदर्शन ने सोमवार को विकराल रूप ले लिया. लगातार बिगड़ते हालातों को देखते हुए सेना प्रमुख वकार-उज-जमां ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को फोन किया.
वकार-उज-जमां ने प्रधानमंत्री को फोन पर ही इस बात की जानकारी दी थी कि मुल्क में स्थिति बेहद नाजुक है.
इसके बाद वकार-उज-जमां पीएम आवास पहुंचे और शेख हसीना ने उन्हें इस्तीफा सौंप दिया.
बता दें कि सेना प्रमुख वकार-उज-जमां पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की चचेरी बहन के दामाद हैं. उन्होंने ही शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए मनाया.
जानकारी के मुताबिक शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देश को संबोधित करना चाहती थीं. हालांकि, वकार-उज-जमां ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया.
सेना प्रमुख वकार-उज-जमां ने शेख हसीना को सलाह दी कि अगर वो देश को संबोधित करेंगी, तो प्रदर्शनकारी और भड़क जाएंगे.
इसके बाद दोपहर 1:30 बजे शेख हसीना ने दो सूटकेस के साथ पीएम आवासा छोड़ दिया.
जानकारी के मुताबित, दोपहर 1:45 पर शेख हसीना वायुसेना के चॉपर में बैठीं और उन्होंने अपना मुल्क छोड़ दिया.