Bangladesh: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) से संक्रमित महिला की मौत हो गई है. हालांकि महिला एचएमपीवी के साथ कई और बीमारियों से ग्रसित थी. इस मामले ने बांग्लादेश की टेंशन बढ़ा दी है. फिलहाल बांग्लादेश राजनीतिक संकट से उबर नहीं पाया है. इसी बीच बड़ी महामारी का मुकाबला करने के लिए उसका स्वास्थ्य ढ़ाचा तैयार नहीं है. हालांकि देश में एचएमपीवी से जुड़ी सावधानियां बरती जा रही हैं.
HMPV संक्रमित महिला की मौत
ढाका के मोहाखाली अस्पताल के डॉक्टर अरिफुल बशर ने बताया कि मृतका संजीदा अख्तर की मौत शाम करीब 6 बजे हुई. अरिफुल बशर ने कहा, “वह केवल HMPV संक्रमण से नहीं मरी है. एक्स-रे रिपोर्ट के मुताबिक उसे मोटापा, किडनी संबंधी समस्याएं और लंग्स इंफेक्शन सहित कई अन्य बिमारियां थीं.” बांग्लादेश में एचएमपीवी प्रभावित मरीज की ये पहली मौत है.
मुंबई में बढ़ाई गई सतर्कता
हाल ही में मुंबई में बढ़ते ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है. वायरस के संभावित प्रकोप को रोकने और संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए मुंबई के प्रतिष्ठित सरकारी कामा अस्पताल में 3 विशेष आइसोलेशन वार्ड की स्थापना की गई है.
लखनऊ में एचएमपीवी से पहली मौत
बता दें कि लखनऊ में गुरुवार को HMPV से एक मौत हो गई. इसके बाद ढाका में 30 साल की HMPV संक्रमित महिला की मौत हो गई. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुई मौत भारत की पहली मौत थी. जिसके बाद शहरों में सतर्का बढ़ा दी गई है. वहीं कोरोना के बाद अब ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) के बढ़ते मामले लोगों में डर उत्पन्न करने लगे हैं.
बता दें कि मुंबई के सरकारी अस्पताल कामा एंड अल्बलिस को महाराष्ट्र का पहला HMP वायरस अस्पताल घोषित किया गया है. इसके अलावा पुणे के नायडू अस्पताल में राज्यभर के मरीजों के सैंपल्स को टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है. साथ ही ठाणे के सेंट्रल जिला अस्पताल में भी इस वायरस के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं.
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