Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना अपना देश छोड़ने के बाद भारत में हैं. बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत के साथ उसके रिश्ते लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. अब बांग्लादेश को भारत से पंगा लेना भारी पड़ता जा रहा है. आर्थिक संकट से जूझ रहे बांग्लादेश को अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई जरूरी सामानों पर वैट बढ़ाना पड़ा है.
इस चीजों पर बढ़ा वैट
अपनी स्थिति को सुधारने के लिए बांग्लादेश ने 43 वस्तुओं पर वैट बढ़ा दिया है. इनमें दवाएं, दूध पाउडर, मिठाई, मोबाइल फोन कॉल, बिस्कुट, जूस, फल, साबुन, इंटरनेट का उपयोग, होटल और रेस्तरां में भोजन, हवाई टिकट, सिगरेट और तंबाकू शामिल हैं. एनबीआर के एक अधिकारी ने बताया कि यह फैसला IMF की ओर से निर्धारित शर्तों को पूरा करने के लिए किया गया है. इसके अनुसार, चालू वित्त वर्ष के लिए अतिरिक्त 12 हजार करोड़ रेवेन्यू जनरेट किया जाएगा.
महंगा होगा खाना-पीना
बांग्लादेश में अब होटल और रेस्टोरेंट में खाना महंगा होने वाला है, ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक यहां होटल और रेस्तरां पर 5 फीसदी वैट लगाया जाता था, लेकिन अब इसको बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया जाएगा. जिसके बाद होटल की ओर से भी रेट बढ़ाए जाएंगे. इसका मतलब है कि अब खाना भी महंगा होगा. इसके साथ ही कपड़े खरीदना भी महंगा होगा.
इस समय शराब पर 20 प्रतिशत शुल्क को बढ़ाकर 30 फीसदी करने का प्रस्ताव किया गया है. इंपोर्ट लेवल पर फलों के रस पर 20 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी, तंबाकू पर 60 से 100 फीसदी इसके अलावा सुपारी पर 30 से 45 फीसदी वैट बढ़ाया गया है.
टर्नओवर टैक्स लगाने पर विचार
सरकार व्यापारिक प्रतिष्ठानों के सालाना टर्नओवर के आधार पर टर्नओवर टैक्स लगाने का भी विचार कर रही है. वर्तमान में टर्नओवर टैक्स केवल तभी चुकाया जाता है, जब सालाना टर्नओवर 5 मिलियन टका से 30 मिलियन टका के बीच हो. प्रस्ताव में उन बिजनेस पर भी टर्नओवर टैक्स लगाया गया है, जिनका टर्नओवर 3 मिलियन टका से 5 मिलियन टका है. यदि एक साल का टर्नओवर 5 मिलियन टका से अधिक है, तो उस कंपनी की ओर से बनाई जाने वाली सभी वस्तुओं की बिक्री पर 15 फीसदी वैट लगाया जाएगा.
ये भी पढ़ें :- दिसंबर 2024 में गिरकर 56.4 पर पहुंचा विनिर्माण पीएमआई; रोजगार सृजन में आई तेजी