Bangladesh Jeshoreshwari Temple: जहां देशभर में दुर्गा पूजा को लेकर चारों तरफ धूम देखने को मिल रही. वहीं, बांग्लादेश में रह रहे हिंदू समुदाय के लोगों में काफी डर का माहौल है. बांग्लादेश में शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बाद वहां हिंदू समुदाय के खिलाफ अत्याचार किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं, वहां उपद्रवियों ने हिंदू मंदिरों को भी अपना निशाना बनाया है. इसी बीच सतखीरा के श्यामनगर में स्थित जेशोरेश्वरी मंदिर से मां काली का मुकुट चोरी हो गया है.
चोरी हुआ मां काली का मुकुट
दरअसल, बीते गुरुवार को दोपहर 2-2.30 बजे के बीच ये घटना हुई. उस दौरान मंदिर के पुजारी दिलीप मुखर्जी पूजा के बाद चले गए थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जब मंदिर में सफाई कर्मचारी आए, तो उन्होंने देखा कि मां काली के सिर से मुकुट गायब था. ये मुकुट पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान उपहार में दिया था.
चांदी और सोने की परत से बना है मुकुट
बता दें कि मां काली का वो मुकुट चांदी और सोने की परत से बना हुआ है. चोरी की इस घटना के बाद श्यामनगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ताइज़ुल इस्लाम ने कहा, “हम चोर की पहचान करने के लिए मंदिर के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं.” पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्यामनगर में स्थित जेशोरेश्वरी मंदिर भारत और पड़ोसी देशों में फैले 51 शक्तिपीठों में से एक है.
पीएम मोदी ने किया था गिफ्ट
दरअसल, पीएम मोदी 27 मार्च 2021 को अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान जशोरेश्वरी मंदिर गए थे. उस दौरान पीएम ने मां काली को मुकुट पहनाया था. उन्होंने अपनी यात्रा का वीडियो भी शेयर किया था. बता दें कि कोरोना महामारी के बाद पीएम की ये यात्रा किसी देश में पहली यात्रा थी.
Jesorewhari Temple in Bangladesh,PM @narendramodi follows prayer rituals being conducted by priests.Invokes Vishnu and Kali. Like in the past during visits to Kaal Bhairo, KashiVishwanath, Muktinath, Kedarnath #Bangladesh #NarendraModi pic.twitter.com/FkI6IU2Tml
— Pankaj Upadhyay (@pankaju17) March 27, 2021
देवी सती की गिरी थी हथेलियां
सतखीरा के ईश्वरपुर गांव में स्थित जशोरेश्वरी मंदिर मां काली को समर्पित है. मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी अनाड़ी नामक एक ब्राह्मण ने किया था. ये मंदिर 51 पीठों में से एक हैय यहां देवी सती की हथेलियां और पैरों के तलवे गिरे थे. यहां देवी सती मां जशोरेश्वरी के रूप में निवास करती हैं.