पाकिस्तान के बाद अब बांग्लादेश ने SAARC को लेकर दिया बयान, कहा- साथ मिलकर करना चाहिए काम

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bangladesh: बांग्लादेश में तख्‍तापलट के बाद से ही वहां भारत विरोधी गतिविधियां तेज हो गई है. हालांकि मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस लंबे समय से समानता और निष्पक्षता का राग अलापते रहे हैं. ऐसे में ही एक बार फिर उन्‍होंने कहा है कि बांग्लादेश अपने पड़ोसी देश भारत समेत अन्य देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है, मगर यह संबंध निष्पक्षता और समानता के आधार पर होने चाहिए.

मुहम्मद यूनुस ने मीडिया के जरिए कहा कि मुख्य सलाहकार की शपथ लेने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन्हें फोन करके शुभकामनाएं दी थी.

SAARC में शामिल है ये देश

उन्‍होंने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए बांग्लादेश ने भारत के साथ द्विपक्षीय सहयोग को लेकर उच्च स्तरीय बातचीत शुरू कर दी है. युनूस ने कहा कि उन्होंने दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए सार्स (SAARC) को पुनर्जीवित करने की पहल की है. बता दें कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, मालदीव, और श्रीलंका शामिल हैं.

यूनुस छह आयोगों का कर रहे गठन

मुहम्‍मद यूनुस ने कहा कि वह चाहते हैं कि बांग्लादेश को पूरी दुनिया एक सम्मानित लोकतंत्र के रूप में मान्यता दे. उन्‍होंने बांग्लादेश के अंदर चुनाव प्रणाली, न्याय पालिका, पुलिस प्रशासन और संविधान समेत प्रमुख छह क्षेत्रों में सुधार के लिए आयोग के गठन को लेकर कदम बढ़ाया है. साथ ही उन्‍होंने ये भी कहा कि सभी छह आयोगों की ओर से 1 अक्टूबर से काम शुरू करने की संभावना है और अगले तीन महीनों में वे काम को पूरा भी कर लेंगे.

यूनुस ने कहा कि इस सुधारों का मकसद सभी को समान अधिकार सुनिश्चित कराना है. हमारे पास बहुत काम है, जिसे हम एक साथ मिलकर एक लक्ष्य की ओर आगे बढ़ाना चा‍हते है. उन्‍होंने कहा कि हम बांग्लादेश के भीतर एक ऐसा ढांचा खड़ा करना चाहते हैं, जिससे बांग्लादेश के भीतर छिपी हुई प्रतिभायें बाहर आ सकें.

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