Bangladesh: बांग्लादेश में पांच अगस्त को सरकार बदलने के बाद अब काफी कुछ बदल गया है. हाल ही में वहां की करेंसी नोट पर लगे पूर्व राष्ट्रपति और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की फोटो को हटा दिया गया है. वहीं, अब देश के नेशनल स्लोगन ‘जॉय बांग्ला’ को भी हटाने का ऐलान कर दिया गया है.
दरअसल, बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने मोहम्मद यूनुस सरकार की याचिका पर यह फैसला लेते हुए कहा है कि ‘जॉय बांग्ला’ अब देश का राष्ट्रीय नारा नहीं होगा. बता दें कि यूनुस सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी, जिसमें जॉय बांग्ला को नेशनल स्लोगन बनाए जाने और सरकार के सभी कार्यक्रमों में इसका उपयोग किए जाने का आदेश दिया गया था.
करेंसी नोट से मुजीबुर्रहमान का हटाया गया फोटों
बता दें कि मोहम्मद यूनुस सरकार ने हाल ही में करेंसी नोट से मुजीबुर्रहमान की फोटो हटाकर धार्मिक संरचनाएं, बंगाली परंपराओं और जुलाई में हुए छात्र आंदोलन के दौरान बनाए गए ‘ग्रैफिटी’ को नोटों पर छापने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. वहीं, अब राष्ट्रीय नारे को बदलने की तैयारी है.
हाईकोर्ट ने दिया था ओदश
वहीं, नेशनल स्लोगन को लेकर सरकार का पक्ष रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए एडिशनल अटॉर्नी जनरल अनीक आर हक ने कहा कि अदालत के आदेश के बाद ‘जॉय बांग्ला’ को राष्ट्रीय नारा नहीं माना जाएगा. हालांकि इससे पहले 10 मार्च, 2022 के हाईकोर्ट के जज जस्टिस एफआरएम नाजमुल अशन और जस्टिस केएम कमरुल कादर की बेंच ने अपने आदेश में जॉय बांग्ला को देश का राष्ट्रीय नारा घोषित किया था.
साल 2017 में शुरू हुआ था ये मामला
इस दौरान उन्होंने ये आदेश भी दिया था कि देश के सभी कार्यक्रमों और शैक्षणिक संस्थानों की असेंबली में इस स्लोगन का इस्तेमाल किया जाए, जिसके खिलाफ 2 दिंसबर को सरकार ने याचिका दाखिल की थी. बता दें कि साल 2017 में सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के वकील डॉ. बशीर अहमद ने रिट पेटीशन दाखिल करके इसे नेशनल स्लोगन घोषित किए जाने की मांग की थी.
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