Bangladesh Violence: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ भड़की हिंसा लगातार बढ़ रही है. इस हिंसा को देखते हुए बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार ने देश में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है. कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए पूरे देश में अर्धसैनिक बल की तैनाती कर दी गई है. वहीं, राजधानी ढाका को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
इन सब के बीच खबर है कि बांग्लादेश छोड़कर अन्य देशों में शरण लेने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. लोग बांग्लादेश छोड़कर भारत, नेपाल और भूटान जैसे देशों में पहुंच रहे हैं. बांग्लादेश छोड़कर भारत आने वाले लोगों का आंकड़ा विदेश मंत्रालय ने जारी किया है. आइए आपको ये आंकड़ा बताते हैं.
कितने लोग बांग्लादेश से आए भारत
भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 778 भारतीय छात्र बांग्लादेश के अलग-अलग हिस्सों से भारत लौटे हैं. मंत्रालय का कहना है कि 200 छात्र नियमित विमानों से स्वदेश आए हैं.
बांग्लादेश में पुलिस और उपद्रवियों के बीच झड़प
शुक्रवार को पुलिस और उपद्रवियों के बीच झड़प हुई. इसके बाद पुलिस प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे. शुरूआत में ये प्रदर्शन राजधानी ढाका और कुछ स्थानों पर देखने को मिला, लेकिन सप्ताह के अंत तक इस हिंसा की आग पूरे बांग्लादेश में फैल गई. देशव्यापी ये विरोध प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं. अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस प्रदर्शन की वजह से 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
सुरक्षा बलों की भारी तैनाती
शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे लोगों और पुलिस के बीच गोलीबारी की घटना भी सामने आई है. शुक्रवार को जब प्रदर्शनकारी छात्र देश में ‘‘पूर्ण बंद’’ का प्रयास कर रहे थे, इसी वक्त सुरक्षाबलों से उनकी झड़प हुई. हालांकि, अभी तक कितने लोगों की मौत हुई है, इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
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