Bangladesh Shaheed Minar: बांग्लादेश की राजधानी ढाका के शहीद मीनार पर आज फिर छात्रों का जमावड़ा लगने वाला है. ये वहीं छात्र है जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने पर मजबूर किया था. कहा जा रहा है कि छात्रों का मकशद देश का संविधान बदलना है.
वहीं, एक रिपोर्ट के मुताबिक, ढाका के शहीद मीनार मंगलवार की शाम तीन बजे करीब 30 लाख छात्र इक्ट्ठा होने वाले है, जिनके आगे मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार भी घुटने टेकते हुए नजर आ रही है. संगठन के सदस्य सचिव आरिफ सोहेल ने कार्यक्रम की घोषणा करते हुए आम जनता से इसमें भाग लेने का आग्रह किया.
बदल सकता है बांग्लादेश का नाम
वहीं, कुछ लोगों का दावा है कि संविधान बदलने से पहले बांग्लादेश का नाम बदला सकता है. छात्र संगठन देश का नया नाम इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश, इस्लामिक ऑफ बांग्लादेश और इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईस्ट पाकिस्तान में से कोई एक नाम रखना चाह रहे हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि संभवत इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश के नाम पर सहमति बन सकती है.
सरकार और आंदोलनकारी छात्रों में नहीं बनी सहमति
बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक, देश में शरिया कानून भी लागू किया जा सकता है. साथ ही देश के आर्मी चीफ और राष्ट्रपति से इस्तीफा मांग की जा सकती है और देश का नया राष्ट्रपति मुहम्मद युनूस को घोषित किया जा सकता है, जिससे छात्र अपने मनमुताबिक देश का नया संविधान लागू करवा सकें. हालांकि इससे पहले राष्ट्रीय नागरिक समिति के कई नेताओं और छात्रों के बीच बैठक हुई. ऐसे में सरकार ने छात्रों से प्रदर्शन न करने की अपील की है, लेकिन छात्र संगठन प्रदर्शन करने पर अड़े हुए हैं.
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