Bangladesh: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत से पूर्व पीएम शेख हसीना के प्रत्यर्पण की गुहार लगाई है. अब इस पर शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद का रिएक्शन सामने आया है. सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर सजीब वाजेद ने एक पोस्ट में बांग्लादेश के इस अनुरोध की आलोचना की है. सजीब वाजेद ने इसे पॉलिटिकल स्टंट बताया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि उनकी मां को बांग्लादेश में न्याय नहीं मिलेगा.
यूनुस सरकार पर लगाया आरोप
पूर्व पीएम के बेटे ने कहा कि बिना चुनी हुई यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से नियुक्त जजों और प्रॉसिक्यूटर्स ने इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल के माध्यम से हास्यास्पद ट्रायल प्रक्रिया का संचालन किया. उन्होंने आरोप लगाया है कि ये यूनुस सरकार की ओर से अवामी लीग नेतृत्व को सताने के लिए एक और हमले का प्रतीक है.
सरकार ने निर्देश पर काम कर रही जांच एजेंसियां
उन्होंने कहा कि कंगारू ट्रिब्यूनल और उसके बाद प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध तब किया जाता है जब सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं को न्यायेतर तरीके से मार दिया जाता है. अपमानजनक हत्या के आरोप लगाए जाते हैं, कानून प्रवर्तन द्वारा हजारों लोगों को अवैध तरीके से कैद किया जाता है. लूटपाट, बर्बरता और आगजनी समेत हिंसक हमले प्रतिदिन किए जा रहे हैं, जो शासन के आंख के नीचे हो रहे हैं. बांग्लादेश की सरकार के निर्देश पर जांच एजेंसियों काम कर रहीं हैं.
मुझे बांग्लादेश की न्याय प्रणाली पर भरोसा नहीं
उन्होंने कहा, ‘हम अपनी स्थिति को दोहराते हैं कि जुलाई और अगस्त के बीच मानवाधिकार उल्लंघन की हर एक घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से जांच की जानी चाहिए, लेकिन यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार ने न्यायपालिका को हथियार बना दिया है और हम न्याय प्रणाली पर कोई भरोसा नहीं जताते हैं.’ कहा कि वहां राजनीतिक बदला लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें :- एक बार फिर बिगड़ी Vinod Kambli की तबियत, हॉस्पिटल में हुए भर्ती