बांग्लादेश में हिंदुओं पर टारगेडेट हमले, ढाका से 205 यात्रियों को लेकर दिल्ली पहुंची एयर इंडिया की फ्लाइट

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bangladesh Violence News: बांग्लादेश में तीनों सेना प्रमुख और छात्र नेताओं की मीटिंग में फैसला हुआ. जिसके बाद अंतरिम सरकार के मुखिया अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस को बनाया गया. इनका दर्जा प्रधानमंत्री के समकक्ष हुआ है. नई अंतरिम सरकार के गठन के बावजूद बांग्लादेश में बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हिन्दू परिवारों पर लगातार हमले हो रहे हैं. वहीं, पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी के 20 नेताओं की भी हत्या कर दी गई.

शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से बांग्लादेश की व्यवस्था तितर-बितर गई है. प्रदर्शनकारी अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले कर रहे हैं. हिन्दुओं के घरों को जलाया जा रहा है. कट्टरपंथी हिन्दुओं पर टारगेडेट हमले कर रहे हैं. हुड़दंगियों ने साहपुर में हिन्दुओं के दर्जनों घरों को क्षतिग्रस्त कर लूटपाट की और हिन्दुओं के साथ मारपीट की.

शेख हसीना की पार्टी के 20 नेताओं की हत्या

बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी किसी को नहीं छोड़ रहे हैं. उपद्रवियों ने अभिनेता शांतो खान और उनके पिता की हत्या कर दी है. वह शापला मीडिया के मालिक थे. जानकारी के मुताबिक, दोनों लोगों की उपद्रवियों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. वहीं, शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के 20 से ज्यादा नेताओं के शव मिले हैं.

ढाका से दिल्ली पहुंची एयर इंडिया की फ्लाइट

बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच एयर इंडिया ने कल देर रात ढाका एयरपोर्ट से एक विशेष चार्टर उड़ान संचालित की. यह ढाका से दिल्ली के लिए 199 यात्रियों और 6 बच्चों को लेकर आया और आज सुबह दिल्ली पहुंचा. यह जानकारी एयर इंडिया के सूत्रों ने दी है.

मृतक के परिजनों ने रखी 11 सूत्री मांगें

ढाका ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, आंदोलन में मारे गए लोगों के परिवारों और घायलों के लिए 11 सूत्री मांगें रखी गई हैं, जिनमें ‘फूड-कार्ड’ कार्यक्रम के तहत आयु के आधार पर स्नातकोत्तर तक के सभी छात्रों को 2,000-3,000 टका (बांग्लादेशी मुद्रा) प्रति माह अनुदान देना, नौकरी के इच्छुक लोगों को 3,000 टका बेरोजगारी भत्ता देना और प्रभावित परिवारों का शीघ्र पुनर्वास करना शामिल है. मांगों में निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों को सीधे सरकारी छात्रवृत्ति देना और शेख हसीना परिवार के विभिन्न व्यक्तियों के नाम पर स्थापित शैक्षणिक संस्थान का नाम बदलना भी शामिल है.

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