Bangladesh Violence: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अंतरिम सरकार का गठन हुआ है, जिसके प्रमुख नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ मोहम्मद यूनुस है. नई सरकार बनने के बाद यूनुस बेपटरी हुए बांग्लादेश को पटरी पर लाने के प्रयास में जुटे हैं. इसके लिए कई बड़े फैसले लिए जा रहे हैं. इसी बीच खबर सामने आई है कि बांग्लदेश बैंक (बीबी) ने एक निर्देश जारी किया है कि सुरक्षा कारणों को देखते हुए एक दिन में किसी भी बैंक अकाउंट से 3 लाख टका ही निकाली जा सकती है, इससे अधिक की नकदी नहीं निकाली जा सकती है.
रकद ट्रांसफर पर कोई पाबंदी नहीं
इसे लेकर ढाका ट्रिब्यून ने खबर प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि वित्तीय क्षेत्र के नियामक ने बैंकों के प्रबंध निदेशकों (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) को शॉर्ट मैसेज सर्विस (एसएमएस) के माध्यम से इस फैसले की जानकारी दी है. अगली सूचना तक यह आदेश लागू रहेगी. निर्देशों के अनुसार, कोई भी ग्राहक तीन लाख टका से अधिक नकद नहीं निकाल सकता है. हालांकि वह किसी दूसरे खाते में कितनी भी राशि ट्रांसफर कर सकता है और डिजिटल ट्रांजेक्शन कर सकता है.
इस वजह से बैंक से नकदी निकालने पर रोक
बता दें 5 अगस्त को शेख हसीना के इस्तीफा और देश छोड़कर जाने के बदा नकद निकासी का दबाव थोड़ा बढ़ गया है. खासतौर से अवामी लीग समर्थक नेताओं और कारोबारी घराने नकदी निकालने पर जोर दे रहे हैं. इस वजह से बांग्लादेश बैंक ने नकद निकासी पर पाबंदी लगाई है, ताकि इन पैसों का इस्तेमाल किसी भी तरह से आतंकी या अवैध गतिविधियों के लिए न किया जा सके.
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
इस बीच बांग्लादेश के कई राजनीतिक विश्लेषकों और विदेशी संबंध एवं सुरक्षा मामलों के एक्सपर्ट ने कहा कि अगर भारत हमारे देश में हो रही सत्ता हस्तांतरण प्रक्रिया का समर्थन करता है और किसी एक व्यक्ति और पार्टी पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अन्य राजनीतिक पार्टियों के साथ रिश्ते बनाने की दिशा में आगे बढ़ता है, तो इससे उसे आने वाले समय में फायदा होगा.
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