BIMSTEC Sumit in Bangkok: तनावपूर्ण संबंधों के बीच PM मोदी ने की यूनुस से मुलाकात, 40 मिनट तक चली बैठक

Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

BIMSTEC Sumit in Bangkok: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस (PM Modi Meets Muhammad Yunus) ने बैंकॉक में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय बैठक (BIMSTEC Sumit in Bangkok) की. पिछले साल अगस्त में शेख हसीना सरकार पतन के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता के बांग्लादेश की कमान संभालने के बाद से दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है. दोनों नेताओं के बीच ये बैठक करीब 40 मिनट तक चली.

यूनुस के कार्यालय ने शेयर किया पोस्ट

बैठक के बाद यूनुस के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया, “मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बैंकॉक, थाईलैंड में छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के अवसर पर एक द्विपक्षीय बैठक में शामिल हुए.”

भारत-बांग्लादेश के संबंध सहज नहीं

शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन और उनके भारत भाग आने के बाद से भारत और बांग्लादेश के संबंध सहज नहीं रहे हैं. यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार को अल्पसंख्यकों समुदाय पर हो रहे हमलों के लिए भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. भारत ने इस मुद्दे पर बांग्लादेश के साथ अपनी चिंताओं को बार-बार साझा किया है.

चीन की यात्रा करके लौटे हैं यूनुस

दोनों नेताओं के बीच यह बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि हाल ही में यूनुस चीन की यात्रा करके लौटे हैं. बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख बनने के बाद से यूनुस का रवैया चीन के प्रति खासा नरम रहा है. बुधवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने यह संकेत दिया था कि बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं की मुलाकात हो सकती है. रोहिंग्या और प्राथमिकता वाले मुद्दों पर मुख्य सलाहकार के उच्च प्रतिनिधि खलीलुर रहमान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने भारत से यह वार्ता (दोनों देशों के नेताओं के बीच) आयोजित करने का अनुरोध किया है… इस बैठक के होने की पर्याप्त संभावना है.”

पीएम मोदी ने यूनुस को लिखा था पत्र

तनावपूर्ण राजनीतिक माहौल के बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर यूनुस को पत्र लिखा था. उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में यह पत्र लिखा और दोनों देशों के बीच साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर ने रविवार (30 मार्च) को मस्कट में हिंद महासागर सम्मेलन के दौरान बांग्लादेश सहित पड़ोसी देशों के अपने समकक्षों के साथ कई बैठकें कीं.

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