Blackout in Cuba: इस दिनों क्यूबा बिजली संकट की समस्या से जूझ रही है. आलम ये है कि राजधानी हवाना में स्थिति सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है, सार्वजनिक परिवहन भी ठप हो गया है और ट्रैफिक लाइट भी काम नहीं कर रही हैं.
दरअसल, क्यूबा के सबसे बड़े बिजली संयंत्र के हाल ही में विफल हो जाने के वजह से पूरे देश में ब्लैकआउट हो गया है, जिससे वहां की 11 मिलियन की आबादी को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
प्रारंभिक चरण में बिजली बहाल करने की प्रक्रिया
देश में बिजली की इस स्थिति को देखते हुए ऊर्जा मंत्रालय के बिजली आपूर्ति प्रमुख लजारा गुएरा ने बताया कि बिजली प्रणाली का विफल होना एंटोनियो गुइटेरस पावर प्लांट के अचानक बंद होने के कारण है, जो कि क्यूबा के आठ पुरानी कोयला से चलने वाले बिजली संयंत्रों में सबसे बड़ा है. फिलहाल, बिजली बहाल करने की प्रक्रिया प्रारंभिक चरण में है. मौजूदा समय में हमारे पास कुछ स्तर की बिजली उत्पादन है जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली संयंत्रों को चालू करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी.
संकट की बढ़ती गंभीरता
बता दें कि क्यूबा में पहले से ही बिजली की आपूर्ति में कमी थी. कुछ प्रांतों में 20 घंटे प्रति दिन तक पहुँच रही थी. ऐसे में प्रधानमंत्री मैनुअल मारेरो ने पिछले दिन “ऊर्जा आपातकाल” की घोषणा की थी. जिसके बाद सरकार ने सभी गैर-आवश्यक सार्वजनिक सेवाओं को निलंबित कर दिया, जिससे घरों में बिजली की आपूर्ति को प्राथमिकता दी जा सके.
आर्थिक स्थिति और आगे की चुनौतियां
क्यूबा की सरकार ने कहा है कि जब तक बिजली वापस नहीं आ जाती वो आराम नहीं करेंगे. इसके लिए वो हर संभव प्रयास करेंगे. राष्ट्रपति मिगेल डियाज़-कैनेल ने कहा कि क्यूबा अब अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. देश को अपने बिजली संयंत्रों के लिए ईंधन प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसका श्रेय उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के तहत लागू किए गए अमेरिकी व्यापार प्रतिबंधों को दिया गया है.
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