ट्रंप की धमकी के बाद ब्राजील का ऐलान, जुलाई में होगा BRICS समिट का आयोजन, US से टकराव की आशंका बढ़ी

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

BRICS Summit: ब्राजील अगले ब्रिक्स समिट की जुलाई में मेजबानी करने जा रहा है. शनिवार को ब्राजील ने ऐलान किया कि रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन का आयोजन होगा. ब्राजील के विदेश मंत्री माउरो विएरा ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर कहा कि समिट 6-7 जुलाई को आयोजित किया जाएगा. इसमें समूह में पूर्ण या सहयोगी दर्जा प्राप्‍त 20 देशों के नेता शामिल होंगे. अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के ब्रिक्‍स को मृत कहे जाने के बाद समिट के आयोजन की घोषणा की गई है. ऐसे में अमेरिका और ब्रिक्‍स के बीच टकराव और बढ़ने की आशंका है.

कार्यक्रम की अध्‍यक्षता करेगा ब्राजील  

ब्राजील सरकार के तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, ब्राजील विकासशील अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के कार्यक्रम की अध्यक्षता करेगा. वैश्विक शासन सुधार को बढ़ावा देने और ‘ग्लोबल साउथ’ देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा. बता दें कि पिछले ब्रिक्स समिट में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इस संगठन का दायरा बढ़ाने और ब्रिक्स की अपनी करेंसी में व्यापार करने की घोषणा करके अमेरिका को बड़ा झटका दिया था. तब से अमेरिका बौखलाया हुआ है.

ट्रंप ने दी चेतावनी

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने गुरुवार को ब्रिक्स देशों को कड़ी चेतावनी दी. ट्रंप ने कहा कि अगर ब्रिक्स देश कॉमन करेंसी लॉन्च करने के लिए आगे बढ़ते हैं, तो उन्हें अमेरिका में सभी आयातों पर 100 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ेगा. इसी के साथ ट्रंप ने कहा कि ब्रिक्स (BRICS) मर चुका है.

ब्रिक्स में प्रमुख रूप से ये देश

2009 में ब्रिक्स की स्थापना ब्राजील, रूस, भारत और चीन ने की थी. पिछले साल इसमें ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को भी शामिल किया गया. सऊदी अरब को भी इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. वहीं तुर्किये, अजरबैजान और मलेशिया ने औपचारिक तौर पर सदस्यता के लिए आवेदन किया है और कई अन्य देशों ने भी इसमें दिलचस्‍पी दिखाई है. ब्राजील ने कहा कि साझेदार देशों को भी समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है तथा सदस्यों के बीच आम सहमति होने पर वे अन्य बैठकों में भी शामिल हो सकते हैं.

ये भी पढ़ें :- Russia Ukraine War: रूस का दावा, यूक्रेन के एक और गांव पर किया कब्जा

Latest News

USAID की ‘चुनाव फंडिंग’ मामले में विदेश मंत्रालय का बयान, कहा- बेहद परेशान करने वाली है बात

USAID Funding in India: भारत के विदेश मंत्रालय ने यूएसएआईडी की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग मामले को लेकर...

More Articles Like This

Exit mobile version