Brazil Flood: भारत का मित्र देश ब्राजील इन दिनों भीषण बाढ़ की चपेट में है. यहां बाढ़ के चलते अब तक 75 लोगों के मरने की खबर है. वहीं, 100 से ज्यादा लोग लापता बताएं जा रहे हैं. फिलहाल यहां बचाव अभियान का कार्य जारी है. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.
88,000 से अधिक लोग बेघर
दरअसल, ये बाढ़ ब्राजील के दक्षिणी रियो ग्रांडे डो सुल राज्य में आई है. बाढ़ के चलते आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. क्षेत्र के गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने कहा है कि जिस तबाही का हम सामना कर रहे हैं वह अभूतपूर्व है. बता दें कि ब्राजील में हुए भारी बारिश से 88,000 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं.
बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान
आपको बता दें कि ब्राजील के रियो ग्रांडे डो सुल राज्य में बाढ़ का कहर जारी है. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, भयंकर बाढ़ के चलते 88,000 से अधिक लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं. करीब 16,000 लोगों ने स्कूलों, जिमों और अन्य अस्थायी आश्रयों में शरण ली हुई है. वहीं, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा अपने मंत्रियों के साथ हेलीकॉप्टर से बाढ़ग्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण कर रहे हैंं. लगातार बारिश के चलते सड़कों का संपर्क टूट गया है. इसके अलावा बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है. बारिश के चलते पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं तक नहीं पहुंच पा रही है.
बचाव अभियान जारी
मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, ब्राजील के बाढ़ग्रस्त इलाके में राहत बचाव का कार्य जारी है. इमरजेंसी सर्विस के लोग ढहे हुए घरों, पुलों और सड़कों के मलबे के बीच फंसे जीवित बचे लोगों का पता लगाकर उन्हें बाहर निकालने का काम कर रहे हैं. बाढ़ का आलम इस कदर है कि राज्य के गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है. बाढ़ के पानी के चलते रियो ग्रांडे डो सुल राज्य में जल स्तर में वृद्धि से बांधों पर दबाव पड़ रहा है. इससे पोर्टो एलेग्रे महानगर को खतरा है.
इतिहास में सबसे खराब आपदा
वहीं, राज्य के गवर्नर ने दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि बचाव प्रयास जारी रहने के कारण मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है. उन्होंने कहा है कि हम इतिहास में सबसे खराब आपदा से निपट रहे हैं. बता दें कि राज्य की मुख्य गुइबा नदी के चिंताजनक स्तर तक पहुंचने की आशंका है, जिससे मौजूदा संकट और बढ़ जाएगा. इसको लेकर चेतावनी जारी की गई है.
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