India Vs Pakistan: भारत के दुश्मन पाकिस्तान का साथ देने जा रहा रूस, मॉस्को ने किया ऐलान

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

India Vs Pakistan: वैसे तो भारत और रूस एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त हैं. लेकिन अब एक मामले पर रूस भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान का साथ देने जा रहा है. दरअसल, रूस के उप प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री और आर्मी चीफ असीम मुनीर से मिलने के बाद एक ऐसा ऐलान किए हैं, जिससे पाकिस्तान गदगद हो गया है.

इस मामले में पाकिस्तान का समर्थन करेगा रूस

बता दें कि रूस ने ब्रिक्स की सदस्यता मामले में पाकिस्तान का साथ देने का ऐलान कर दिया है. मॉस्को ने बुधवार को कहा कि वह ‘ब्रिक्स’ में शामिल होने के पाकिस्तान के प्रयास का समर्थन करेगा. रूस ने कहा कि दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार व सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देकर अपने संबंधों को और मजबूत करने का फैसला किया है.

जानिए क्या बोला रूस

रूस के उपप्रधानमंत्री एलेक्सी ओवरचुक ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के साथ वार्ता के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “हमें खुशी है कि पाकिस्तान ने (सदस्यता के लिए) आवेदन किया है. ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन मित्रवत संगठन हैं. हम इसका समर्थन करेंगे.” बताते चले कि इस बीच रूस के उप प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर से भी मुलाकात की है.

पुतिन से मिले थे पीएम मोदी

ज्ञात हो कि रूस ने ऐसे समय में पाकिस्तान का साथ देने का ऐलान किया है, जब पीएम मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के लिए दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से बातचीत कर चुके हैं. पीएम मोदी ने जुलाई में रूस और उसके बाद अगस्त में यूक्रेन की यात्रा की थी. जहां वह पहले राष्ट्रपति पुतिन और फिर यूक्रेन के प्रेसिडेंट जेलेंस्की से मिले थे. पीएम मोदी ने कहा था कि युद्ध के मैदान में जंग लड़कर कभी शांति नहीं लाई जा सकती.

2006 में हुई थी ब्रिक्स की स्थापना

रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने ओवरचुक के हवाले से बताया, “पिछले एक वर्ष में हमने ब्रिक्स का महत्वपूर्ण विस्तार देखा है और दुनिया भर के देश इसमें शामिल होने में बहुत रुचि दिखा रहे हैं.” जानकारी हेतु बता दें कि ब्रिक्स की स्थापना 2006 में ब्राजील, रूस, भारत और चीन द्वारा की गई थी. दक्षिण अफ्रीका 2011 में इसमें शामिल हुआ था. एक जनवरी, 2024 को मिस्र, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब और इथियोपिया इसके पूर्ण सदस्य बन गए.

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