Brics Summit 2024: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इन दिनों रूस के दौरे पर हैं. वे यहां सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स एनएसए बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक के माध्यम से रूस और यूक्रेन के बीच एक बार फिर से शांति वार्ता कराने की कोशिश की जा सकती है. अक्टूबर में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन से पहले एनएसए लेवल की यह बैठक काफी अहम है.
बुधवार को हुए एनएसए की बैठक में आतंकवाद सहित आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों को हल करने की जरूरत पर जोर दिया. इस बात की चर्चा है कि इस बैठक का मुख्य फोकस रूस और यूक्रेन में चल रहे जंग को खत्म करने पर होगा. इस बैठक के माध्यम से दोनों देशों के बीच एक बार फिर से शांति वार्ता कराने की कोशिश की जा सकती है.
डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से की बात
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रूस में ब्रिक्स के एनएसए सम्मेलन में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने सभी देशों से डिजिटलीकरण के जरिये उत्पन्न चुनौतियों और आतंकवाद से निपटने के लिए ब्रिक्स देशों से मिलकर काम करने की बात कही डोभाल ने सम्मेलन में बहुपक्षवाद में सुधार का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थितियां आधुनिक खतरों और साझा चिंताओं के संवेदनशील मुद्दों से निपटने में सक्षम नहीं हैं. इस दौरान उन्होंने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से बात भी की. बृहस्पतिवार को डोभाल चीन के विदेश मंत्री के साथ ब्रिक्स सम्मेलन से अलग द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे.
ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी
बता दें कि अक्तूबर में रूस में होनेवाले ब्रिक्स सम्मेलन में नरेंद्र मोदी का जाना लगभग तय है. इससे पहले नरेंद्र मोदी रूस और यूक्रोन की यात्रा कर चुके हैं. उधर, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी कह चुकी हैं रूस-युक्रेन संघर्ष को सुलझाने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है.
NSA Shri Ajit Doval is participating in the BRICS NSAs meeting in Saint Petersburg, Russia. During the sessions in the first half of the day, he spoke on modern security challenges including ICT related issues and terrorism and the need to address them through joint efforts… pic.twitter.com/Pn54S3zxH9
— India in Russia (@IndEmbMoscow) September 11, 2024
रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करवा सकता है भारत
रूस के राष्ट्रपति वलादिमीर पुतिन ने 5 सितंबर को एक चर्चा में कहा था कि भारत, ब्राजील और चीन मध्यस्थ के तौर पर रूस-यूक्रेन जंग के समाधान में अहम भूमिका निभा सकते हैं. पुतिन से जब यह सवाल किया गया कि वो कौन से देश हैं जो रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं, तब उन्होंने भारत, ब्राजील और चीन का नाम लिया था. बताता चले कि ब्रिक्स दुनिया के पांच देशों का एक ग्रुप है जिन्हें दुनिया की उभरती हुई अर्थव्यवस्था के तौर पर जाना जाता है. ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है.