Britain: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार से भारत सहित कई देश चिंतित हैं. सोमवार को हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हिंसा का मुद्दा ब्रिटिश संसद में भी गूंजा. भारतीय मूल की पूर्व गृह सचिव प्रीति पटेल सहित दो ब्रिटिश सांसदों ने ब्रिटेन की संसद में इस मुद्दे को उठाया. साथ ही बांग्लादेश की स्थिति पर विदेश सचिव डेविड लैमी से बयान की मांग की.
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से ही अल्पसंख्यकों खास तौर पर हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़ गए हैं. हाल ही में धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद से हिंदुओं की सुरक्षा का मुद्दा और गंभीर बन गया है.
I am deeply concerned by the awful violence we have seen in Bangladesh, and my thoughts are with those affected.
In Parliament this afternoon, I called on the Government to set out how they are engaging with the Bangladeshi Government on this pressing and important issue.… pic.twitter.com/jRXciBQIKH
— Priti Patel MP (@pritipatel) December 2, 2024
कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद प्रीति पटेल ने जताई चिंता
कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद प्रीति पटेल ने बांग्लादेश के हालात पर चिंता ज़ाहिर करते हुए सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर लिखा है कि, ‘बांग्लादेश में हमने जो भयानक हिंसा देखी है, उससे मैं चिंतित हूं. मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं. आज दोपहर संसद में मैंने सरकार से पूछा है कि वे इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बांग्लादेश सरकार के साथ किस तरह से बातचीत कर रहे हैं.’ सांसद प्रीति पटेल ने आगे लिखा है कि लोगों की सुरक्षा और धर्म आधारित हिंसा और उत्पीड़न को रोकने के लिए सख्त एक्शन लेने की जरूरत है.
संसद में ब्रिटिश सरकार से सवाल
भारतवंशी की सांसद प्रीति पटेल के अलावा सत्तारूढ़ लेबर पार्टी के सदस्य और ब्रेंट नॉर्थ के सांसद बैरी गार्डिनर ने भी ब्रिटिश विदेश मंत्री से बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा को लेकर संसद में सवाल पूछा. उनके सवालों का जवाब देते हुए विदेश मामलों की अंडर-सेक्रेटरी कैथरीन वेस्ट ने कहा कि मुझे अंतरिम सरकार की ओर से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों को समर्थन देने का भरोसा दिया गया है.
बांग्लादेश ने सुरक्षा का दिया है भरोसा
कैथरीन वेस्ट ने नोबेल विजेता मुहम्मद यूनुस के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के महत्व पर यूनुस सरकार के मुखिया से चर्चा की है. उन्होंने कहा कि ‘ब्रिटेन, बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आज़ादी का समर्थन करता है. मुख्य रूप से हिंदू समुदाय के बारे में मुझे आश्वासन दिया गया है कि सरकार उनके साथ है. हम हालात पर अपनी नज़र बनाए रखेंगे.
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