By-Election: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को बड़ा झटका लगा है. मंगलवार को हुए उपचुनाव में लिबरल पार्टी को अपने लंबे समय से मजबूत गढ़ रहे टोरंटो-सेंट पॉल निर्वाचन क्षेत्र में हार का सामना करना पड़ा. इस सीट पर अब कंज़र्वेटिव उम्मीदवार डॉन स्टीवर्ट ने अपना दबदबा कायम कर लिया है.
दरअसल, टोरंटो-सेंट पॉल निर्वाचन क्षेत्र से स्टीवर्ट की जीत बेहद ही चौंकाने वाली है क्योंकि यह सीट पांच-दस नहीं बल्कि पिछले 30 सालों से लिबरल पार्टी के पास थी. यहां तक कि पार्टी के खराब समय में भी (2011 का संघीय चुनाव में) संसद में 34 लिबरल सांसद थे. टोरंटो-सेंट पॉल में 1980 के दशक से कोई भी कंज़र्वेटिव उम्मीद्वार प्रतिस्पर्धी नहीं थे.
डॉन स्टीवर्ट को मिले 42% वोट
बता दें कि कंज़र्वेटिव उम्मीदवार डॉन स्टीवर्ट एक सलाहकार है, जिन्होंने इस चुनाव में 42 प्रतिशत वोट के साथ जीत हासिल की. वहीं, लिबरल उम्मीदवार लेस्ली चर्च, जो पूर्व संसद सदस्य और वकील हैं, उन्हें महज 40 प्रतिशत ही वोट मिले.
By-Election: लिबरल पार्टी के लिए बड़ा झटका
टोरंटो-सेंट पॉल निर्वाचन क्षेत्र से डॉन स्टीवर्ट की जीत ट्रूडो के लिए चिंताजनक है क्योंकि यह पार्टी की ताकत का एक बड़ा केंद्र है. ट्रूडो की लोकप्रियता मुद्रास्फीति, जीवन-यापन के संकट, उच्च आवास कीमतों और बढ़ते आव्रजन स्तर के कारण कम हुई है, क्योकि इससे मतदाताओं में नाराजगी बढ़ रही है. उपचुनाव में हार के बाद ट्रूडो को अपनी पार्टी के बारे में गंभीरता से सोचना पड़ सकता है. यह हार लिबरल पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है और यह दिखाता है कि ट्रूडो के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं.
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