इजरायल और हमास युद्ध के बीच कनाडा का बड़ा फैसला, गाजा के निवासियों को देगा वीजा

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

World News: इजरायल और हमास युद्ध के बीच कनाडा ने एक बड़ा फैसला लिया है. कनाडा की ट्रूडो सरकार ने युद्धग्रस्त क्षेत्र में रहने वाले 5 हजार गाजा के निवासियों को अस्थायी वीजा प्रदान करने का निर्णय लिया है. बताया जा रहा है कि ये वो लोग हैं, जो कनाडा में रह रहे लोगों के रिश्तेदार हैं. कनाडा के इस फैसले को गाजा से लोगों को निकालने के लिए प्रारंभिक कदम बताया जा रह है.

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार आव्रजन मंत्रालय ने हालिया एक बयान में कहा कि यह आंकड़ा दिसंबर में घोषित गाजा के लिए एक विशेष कार्यक्रम के तहत आवंटित 1,000 अस्थायी निवासी वीजा से अधिक है. कनाडा के इस कदम में कई लोगों ने रुचि दिखाई थी.

गाजा के निवासियों के लिए बड़ा कदम

आपको बता दें कि कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने इस संबंध में कहा कि गाजा से बाहर निकलना फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन स्थिति कभी भी बदल सकती है. स्थिति के बदलने पर हम अधिक लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहेंगे. उन्होंने इससे पहले कहा था कि गाजा से निकलना अत्यंत कठिन है और यह इजरायल की मंजूरी पर निर्भर है. कनाडा के अधिकारियों का कहना है कि इजरायल की तरफ से हाल ही में किए गए हमले में गाजा के राफा शहर में एक तंबू शिविर में भीषण आग लग गई, जिसमें 45 लोग मारे गए. इस हमले के बाद वैश्विक नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.

अब तक कितने लोग पहुंचे कनाडा

आव्रजन मंत्री मार्क मिलर द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार गाजा उन निवासियों के नाम को साझा कर रहा है, जिन्होंने अधिकारियों के साथ प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है. जिससे वह आसानी से गाजा से बाहर निकल सकें. आव्रजन मंत्री मार्क मिलर के एक प्रवक्ता ने बताया कि 448 गाजावासियों को अस्थायी वीजा जारी किया गया है. इसमें से 254 को सार्वजनिक नीति के तहत वीजा प्रदान किया गया है. वहीं, अब तक 41 लोग कनाडा पहुंच चुके हैं.

फिलिस्तीन 36 हजार से अधिक लोगों की मौत

अगर गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट माने तो इजरायली हमलों में लगभग 36,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. उधर संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी के अनुसार लगभग 1.7 मिलियन लोग यानी गाजा की 75 फीसदी से अधिक आबादी विस्थापित है. इजरायल ने अपना सैन्य अभियान उस वक्त शुरु किया है, जब 7 अक्टूबर को हमास दक्षिणी इजरायली समुदायों पर हमला किया.

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