Canada-India relations: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कनाडा के आम चुनाव में जीत के लिए मार्क कार्नी को बधाई दी. साथ ही उन्होंने कहा कि वो अधिक से अधिक अवसरों को खोलने के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं. भारतीय पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में आपके चुनाव पर मार्क कार्नी और लिबरल पार्टी को उनकी जीत पर बधाई.
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि भारत और कनाडा साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता और लोगों के बीच जीवंत संबंधों से बंधे हैं. मैं हमारी साझेदारी को मजबूत करने और हमारे लोगों के लिए अधिक से अधिक अवसरों को खोलने के लिए आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं.
Congratulations @MarkJCarney on your election as the Prime Minister of Canada and to the Liberal Party on their victory. India and Canada are bound by shared democratic values, a steadfast commitment to the rule of law, and vibrant people-to-people ties. I look forward to working…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 29, 2025
नई दिल्ली और ओटवा के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीद
जानकारों का मानना है कि कनाडा में मार्क कार्नी के चुनाव से ओटावा के नई दिल्ली के साथ संबंधों में सुधार हो सकते है, जो पूर्व प्रधानमंत्री के जस्टिन ट्रूडों की सरकार द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर, एक कनाडाई नागरिक की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाने के बाद नए निम्न स्तर पर पहुंच गए थे.
फिलहाल, लिबरल नेता, एक अर्थशास्त्री और बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ कनाडा दोनों के पूर्व गवर्नर ने संकेत दिया कि यदि वो सत्ता में वापस आते है, तो दिल्ली और ओटवा के संबंध फिर से स्थापित किए जा सकते है.
किसे मिले कितने सीट?
जानकारी के मुताबिक, सुबह 3:15 बजे (ओटावा समय) तक मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी के उम्मीदवार 167 सीटों पर आगे चल रहे थे, जबकि कंजर्वेटिव पार्टी की 145 सीटें आगे थीं. लिबरल पार्टी के पास राष्ट्रीय वोट का लगभग 43 प्रतिशत था, लेकिन 343 सदस्यीय हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत के लिए आवश्यक 172 सीटों से पीछे रह सकते हैं. ऐसे में कनाडाई सरकार के बहुमत से पीछे रहने का मतलब उन्हें देश का बजट और अन्य कानून पारित करने के लिए अन्य पार्टियों के साथ मिलकर काम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
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