Canada: कनाडा में भारत के खिलाफ खालिस्तानी विरोध प्रर्दशन जारी है. पिछले दिनों खबरें आई थी खालिस्तानियों ने हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की है. अब खालिस्तानी समर्थक अलगाववादियों ने कनाडा में जनमत संग्रह शुरू कर दिया है. इसको लेकर विवार को हजारों सिख अलबर्टा प्रांत के कैलगरी म्यूनिसपल प्लाजा में एकत्र हुए और भारत के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी किए.
इस आयोजन में ‘किल इंडिया’ और ‘दिल्ली बनेगा खालिस्तान’ के नारे लगाए जा रहे थे. इसको लेकर नई दिल्ली ने भारत विरोधी आयोजन के खिलाफ कनाडा के विदेश मंत्रालय में शिकायत की थी, लेकिन जस्टिन ट्रूडो की पुलिस ने इसे रोकने का कोई उपाय नहीं किया. बल्कि जब भारत विरोधी नारे लगाए जा रहे थे, तो कनाडाई पुलिस चुपचाप खड़े होकर तमाशा देख रही थी.
जनमत संग्रह में बड़ी संख्या में शामिल हुए सिख
सिटी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को जनमत संग्रह सुबह शुरू हुआ और शाम तक चला, जिसमें अलबर्टा में मौजूद सिख समुदाय के लोग शामिल हुए. अलबर्टा में सिख बड़ी संख्या में है. कनाडा के दस लाख सिखों में से लगभग 1 लाख सिख यहीं निवास करते हैं. जनमत संग्रह में प्रमुख खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर का परिवार सबसे पहले वोट डाला था. बता दें कि खालिस्तानी निज्जर की पिछले से 28 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
“KILL INDIA” slogans raised at Calgary City Hall Khalistan “referendum” today. pic.twitter.com/Os8sZu4zt2
— Mocha Bezirgan 🇨🇦 (@BezirganMocha) July 28, 2024
इसे रोकना उनके हाथ में नहीं है: मेयर
जब जनमत संग्रह के आयोजन के बाद काफी बवाल हुआ तो मेयर पर भी सवाल उठा. इस आयोजन को लेकर कैलगरी की भारतीय-कैनेडियन मेयर ज्योति गोंडेक असमर्थता जताई, गोंडेक ने कहा कि इसे रोकना उनके हाथ में नहीं है. उन्होंने कहा, ‘म्यूनिसिपल प्लाजा में कई गतिविधियां होती हैं क्योंकि यह एक सार्वजनिक क्षेत्र है. इन आयोजनों को हम अनुमति या स्वीकृति नहीं देते हैं. लोग एक समुदाय के रूप में अपनी इच्छानुसार इकट्ठा हो सकते हैं और जो चाहें कर सकते हैं. गोंडेक ने कहा कि यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे हम कंट्रोल या निगरानी कर सकें.
सिटी न्यूज ने सिटी ऑफ कैलगरी, कॉरपोरेट प्रॉपर्टीज और बिल्डिंग के निदेशक, इयान फ्लेमिंग के एक बयान का हवाला देते हुआ बताया अगर उचित गतिविधियों और व्यवहार की अपेक्षाओं और दिशानिर्देशों का पालन किया जाता है तो कोई व्यक्ति या संगठन बिना इजाजत, आवेदन या परमिट के प्लाजा का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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