China attacks: चीन ने ताइवान पर किया हमला तो अमेरिका भेजेगा सेना, जो बाइडेन की खुली चेतावनी

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

China attacks on Taiwan: चीन लगातार ताइवान वा कब्‍जा करना चाहता है, ऐसे में अमेरिका सरकार की ओर से बड़ा सामने आया है. अमेरिकी राष्‍ट्रप्रति जो बाइडेन ने एक बार फिर दोहराया  है कि यदि चीन ताइवान पर हमला करता है तो ऐसे में अमेरिका अपनी सेना भेज सकता है.

दरअसल, एक मीडिया इंटरव्‍यू में बाइडेन ने कहा कि ‘ताइवान पर चीनी आक्रमण की स्थिति में अमेरिकी सेना के प्रयोग से इंकार नहीं किया जा सकता है. उन्‍होंने कहा कि सेना को जमीन पर तैनात करना, हवाई शक्ति और नौसैनिक शक्ति में अंतर है. हालांकि बाइडेन ने अपने ये बाते अपने शुरूआती कार्यकाल के दिनों में कही थी. हालांकि इसे अमेरिका की विदेश नीति में बड़े परिवर्तन के तौर पर देखा गया था.

ताइवान की जमीन में अमेरिकी सैनिक

लगभग सभी देश इस बात से सहमत है कि आने वाले दिनों में चीन को रोकना, अमेरिका और अमेरिकियों के लिए सबसे बड़ी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दें को लेकर बाइडेन से सवाल किया गया. वहीं, सीआईए के निदेशक बिल बर्न्स ने कहा है कि चीनी राष्ट्रपति ने साल 2027 तक ताइवान पर सफल आक्रमण के लिए अपनी सेना को तैयार रहने के लिए कहा है. उन्‍होंने बाइडेन से कहा कि आपने कई बार कहा है कि ताइवान की रक्षा के लिए अमेरिकी सेना का प्रयोग करेंगे, इसका मतलब है? क्या ताइवान की जमीन पर सैनिकों के इस्तेमाल होगा या इसका रूप क्या होगा?

चीन की कार्रवाई का जवाब देगा अमेरिका

इस पर अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने कहा कि सेना के प्रयोग का स्वरूप तो परिस्थियों के आधार पर निर्भर करेंगा. मैंने पहले ही चीन से स्पष्ट कर दिया है कि यदि ताइवान पर हमला होता है तो उसकी रक्षा के लिए हम तैयार हैं. उन्‍होंने कहा कि हम स्‍वतंत्र ताइवान की मांग नहीं कर रहे हैं और हम तब तक ताइवान की रक्षा करने नहीं जाएंगे, जबतक चीन की ओर से कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है. इसलिए हम क्षमता की आपूर्ति जारी रख रहे हैं और इस मामले में अपने सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.’

बाइडेन ने इशारों में बताया कैसे करेंगे हमला?

वहीं, ताइवान में चीनी आक्रमण के दौरान अमेरिका फिलीपींस या जापान में स्थित ठिकानों से हमला करेगा? इस सवाल पा बाइडेन कहा कि हम इन बातों में अभी नहीं जाने वाले हैं. यह बात अलग है कि जमीन से हमला करने, आसमान से हमला करने और नौसैनिक ताकत से हमला करने में अंतर है. उन्‍होंने कहा कि यदि वे विस्तार से चीजों को बताएंगे तो लोग अच्छे कारणों के चलते उनकी आलोचना करेंगे.

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