China: नार्थ कोरिया द्वारा रूस की मदद के लिए अपने सैनिक भेजने के बाद अब चीन की ओर से भी ऐसे कदम उठाए जाने की आशंका बढ़ गई है. वहीं अब रूस में उत्तर कोरियाई सेना के पहुंचने के बाद ब्रिटेन घबरा गया है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने चीन द्वारा यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को दिए जा रहे समर्थन पर शुक्रवार को चिंता जाहिए की है.
लैमी ने अपने चीनी समकक्ष से अपील की कि वह अपने देश की कंपनियों को रूसी सेना को उपकरणों की सप्लाई करने से रोकें. दरअसल ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी 2 दिवसीय दौरे पर चीन पहुंचे थे. शुक्रवार को विदेश मंत्री डेविड लैमी ने अपने समकक्ष वांग यी के साथ बैठक की थी.
उत्तर कोरिया ने रूस में भेजा सैनिक
बता दें कि अभी एक दिन पहले ही नार्थ कोरियाई सैनिकों के रूस पहुंचने का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसे यूक्रेन और साउथ कोरिया ने जारी किया है. वीडियो में दावा किया गया है कि यूक्रेन के खिलाफ उत्तर कोरिया ने रूस में अपने सैनिकों को भेजा है. इसके बाद अब चीन से भी इस तरह की खतरे की आंशका है. ऐसे समय में ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी चीन की यात्रा पर हैं.
चीन से किया अनुरोध
विदेश मंत्रालय द्वारा बैठक के बाद जारी बयान के मुताबिक, ‘‘लैमी ने कहा कि ब्रिटेन और चीन का यूरोपीय शांति और युद्ध की समाप्ति में साझा हित है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि यूक्रेन के खिलाफ जंग में सहायता करने के लिए चीन द्वारा रूस को दिए जा रहे उपकरणों की सप्लाई के वजह से यूरोपीय देशों से चीन के संबंधों पर असर पड़ सकता है.
बयान में कहा गया कि डेविड लैमी ने वांग यी से चीनी कंपनियों को रूसी सेना को सप्लाई करने से रोकने और जांच के लिए सभी कदम उठाने का आग्रह किया. बयान के मुताबिक, दोनों देशों के विदेश मंत्री रूस के मुद्दे तथा मध्य पूर्व में हो रहे संघर्ष जैसे अन्य भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए.
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