दुनिया के लिए खतरा बना चीन का थ्री गॉर्जेस बांध! बदली पृथ्वी के घूमने की रफ्तार, NASA का दावा

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

China Dam Impact Earth Rotation: चीन तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाने जा रहा है. हिमालय क्षेत्र में बनने वाले इस बांध के खतरे को लेकर दुनिया भर के विशेषज्ञ आगाह कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर नासा ने चीन में पहले से मौजूद अभी तक के सबसे बड़े बांध ‘थ्री गॉर्जेस डैम’ को लेकर बड़ा खुलासा किया है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अपनी एक रिसर्च के आधार पर दावा किया है कि चीन के थ्री गॉर्जेस डैम के चलते धरती के घूमने की रफ्तार कम हुई है.

पृथ्‍वी के घूमने की रफ्तार में 0.06 माइक्रोसेकंड की कमी

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के थ्री गॉर्जेस डैम के चलते धरती के घूमने की रफ्तार में 0.06 माइक्रोसेकंड की कमी आई है. इससे यह पता चलता है कि इंसान की बनाई चीजें पृथ्वी की प्राकृतिक प्रक्रियाओं को किस तरह प्रभावित कर सकती हैं.

नासा ने बताया है कि चीन में थ्री गॉर्जेस डैम से पृथ्वी के घूमने की गति में आया 0.06 माइक्रोसेकंड का बदलाव भले ही मामूली लगे लेकिन इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है. यह बताता है कि इंसान को बड़े निर्माण करते हुए सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि इससे कुदरत प्रभावित ना हो.

कैसे बदली धरती की रफ्तार? 

नासा ने बताया कि थ्री गॉर्जेस डैम में जिस बड़ी तादाद में पानी जमा होता है, उससे पृथ्वी की सतह पर द्रव्यमान का वितरण परिवर्तित हो जाता है. घूर्णन गतिकी के वजह से ये पृथ्वी के जड़त्व आघूर्ण को बदलता है. जड़त्व आघूर्ण किसी वस्तु के घूमने के प्रतिरोध का माप है.

NASA के बेंजामिन फोंग चाओ के मुताबिक, पृथ्वी का जड़त्व आघूर्ण उसके घूमने की क्षमता को प्रभावित करता है. यदि अधिक द्रव्यमान ध्रुवों की ओर स्थानांतरित हो जाए, तो पृथ्वी तेजी से घूम सकती है. द्रव्यमान भूमध्य रेखा की ओर फैले तो वह धीमी रफ्तार से घूमती है. यांग्त्जी नदी के बांध के चलते पानी हटने से यह संतुलन बदला है, जिससे पृथ्वी का रोटेशन धीमा हो गया है.

यांग्‍त्‍जी नदी पर बना थ्री गॉर्जेस बांध

थ्री गॉर्जेस बांध मानव निर्मित सबसे बड़ी संरचनाओं में से एक है. यह यांग्त्जी नदी से 185 मीटर (607 फीट) ऊंचा है और 2 किमी (1.2 मील) से अधिक लंबा है. इसका विशाल आकार 40 अरब घन मीटर पानी को समाहित करने में सक्षम है. पानी की यह विशाल मात्रा पर्यावरणीय प्रभाव डालते हुए धरती के घूर्णन को बदल रही है. दुनिया का सबसे बड़ा जलविद्युत बांध होने के नाते थ्री गॉर्जेस डैम 22,500 मेगावाट बिजली उत्‍पन्‍न करता है, जो कई देशों की क्षमता से भी अधिक है.

ब्रह्मपुत्र नदी पर नया खतरा पैदा कर रहा चीन

अब चीन थ्री गॉर्जेस डैम से भी बड़ा बांध बनाने की तैयारी में लगा है. ये बांध तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बनाया जा रहा है, जो दुनिया का सबसे बड़ा बांध होगा. चीन का ये प्रोजेक्‍ट भी कई तरह के विवादों में घिरा है. करीब 137 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत वाली इस विशाल प्रोजेक्‍ट का पर्यावरण के साथ-साथ आसपास के लोगों पर बुरा असर होने की संभावना है. ऐसे में इससे दुनिया के सामने नई मुश्किल खड़ी हो सकती है.

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