चीन के हाथ लगा यूरेनियम का विशाल भंडार, बनाये जा सकते हैं हजारों परमाणु बम!

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

China: चीन ने यूरेनियम के विशाल भंडार की खोज की है. चीनी शोधकर्ताओं ने ऑर्डोस बेसिन में जिंगचुआन के पास के रेगिस्‍तान में इस भंडार की खोज की है. यह यूरेनियम भंडार इतना बड़ा है कि इससे हजारों की संख्या में परमाणु बम का निर्माण किया जा सकता है. इसके अलावा बीजिंग लंबे समय तक अपनी ऊर्जा जरूरतों को भी पूरा कर सकता है. इससे पहले भी चीन में यू‍रेनियम के कई भंडार की खोज की गई है. इस खोज को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए एक बड़ी रणनीतिक ताकत के तौर पर देखा जा रहा है.

कहां हुई यूरेनियम की खोज

वैज्ञानिकों ने बताया कि उन्होंने एक प्रमुख यूरेनियम भंडार पाया है जो चीन को स्वच्छ ऊर्जा जरूरतों के लिए परमाणु ऊर्जा का उत्पादन करने में मदद करने के लिए प्रचुर मात्रा में यूरेनियम की आपूर्ति कर सकता है. चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय ने बताया है कि इस भंडार की खोज ऑर्डोस बेसिन में जिंगचुआन के पास की गई है. एओलियन बलुआ पत्थर खनन में क्षेत्र की पहली बड़ी यूरेनियम खोज भविष्य की खोज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है. इस खोज से चीन के ऊर्जा भंडार में यूरेनियम की पर्याप्त आपूर्ति भी सुनिश्चित होगी.

चीन में यूरेनियम के कई भंडार

बता दें कि चीन में यूरेनियम के भंडार मुख्य रूप से सैंडस्टोन के रूप में मिलते हैं. इससे पहले यूरेनियम के भंडार, ऑर्डोस बेसिन, यिली, जुंगगर, तारिम, तुहा, कदम, एर्लियन और सोंग्लियाओ घाटियों में पाए गए हैं. देश में इनके अलावा भी कई अलग इलाकों में यूरेनियम के भंडारों की खोज किया जा रहा है. वहीं, यूरेनियम के भंडारों से यूरेनियम निकालने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे चीन को बाकी देशों की तुलना में ज्यादा मात्रा में यूरेनियम प्राप्त हो रहा है.

ऑर्डोस पठार का पारिस्थितिक महत्व

ऑर्डोस पठार चीन की सीमाओं के अंदर पीली नदी के विशाल वक्र के अंदर मौजूद है. यह पारिस्थितिकी क्षेत्र होबक रेगिस्तान और मुस रेगिस्तान में अपने गतिशील रेत के टीलों के क्षेत्र में है. यहां बड़े भूजल भंडार के वजह से स्टेपी वनस्पति को देखा जा सकता है. यहां बोजियांग झील बेसिन लुप्तप्राय अवशेष भी देखने को मिलता है. इस क्षेत्र में मरुस्थलीकरण इसके खेतों को नुकसान पहुंचा रहा है.

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