China Military Base: चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पूर्वी लद्दाख में कामयाबी नहीं मिलने के बाद उसकी नजर अब पाक अधिकृत कश्मीर यानी पीओके पर है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि चीन पीओके के करीब ताजिकिस्तान में एक सैन्य अड्डे का निर्माण कर रहा है. जिसकी ऊंचाई करीब 13 हजार फीट है.
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल, इस बात का खुलासा सैटेलाइट से ली गई कुछ तस्वीरों से हुई है. मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने उपग्रह से ली गई कुछ तस्वीरों को शेयर किया है. जिसके आधार पर दावा किया जा रहा है कि चीन ताजिकिस्तान में एक गुप्त सैन्य अड्डे का निर्माण कर रहा है. इसका काम दशकों से चल रहा है. ये जगह पीओके से ज्यादा दूर नहीं है. चीन इस इलाके में गुप्त सैन्य अड्डा बनाने के साथ वहां ऑर्टिलरी जमा करना चाहता है. हालांकि, मीडिया में आई इस खबरों को चीन ने सिरे से खारिज कर दिया है और निराधार बताया है.
सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों में सैन्य बेस की दीवारें और आने-जाने वाले रास्ते, वॉच टावर हेलीपैड दिखाई दे रहे हैं. जिस जगह पर सैन्य अड्डा बनाने का दावा किया गया है. वह जगह रणनीतिक रूप से काफी अहम मानी है क्यों कि वह अफगानिस्तान सीमा के पास है और पीओके से भी बहुत करीब है. ऐसे में माना जा रहा है कि लद्दाख के बाद ड्रैगन की नजर अब पीओके पर है.
भारत के लिए चिंता का विषय
बता दें कि ताजिकिस्तान में बनाए जा रहे सैन्य अड्डे को काउंटर टेरर बेस नाम दिया गया है. जो पहाड़ पर करीब 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर इसे बनाया जा रहा है. चीन की यह चाल भारत के लिए चिंता का विषय है. क्योंकि चीन का गुप्त सैन्य अड्डा POK और भारत के बेहद नजदीक बन रहा है.
बताया जा रहा है कि चीन इस सैन्य अड्डे के जरिए मध्य एशिया में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में लगा हुआ है. ताजिकिस्तान में बनाए जा रहे सैन्य अड्डे को काउंटर टेरर बेस नाम दिया गया है. चीन की यह हरकत भारत के लिए चिंता का सबब है. इससे चीन का गुप्त सैन्य अड्डा POK और भारत के बेहद नजदीक आ जायेगा.
जानिए क्या बोला चीन
वहीं, चीन ने इस खबर को खारिज कर इसे बेबुनियाद बताया है. चीनी दूतावास ने कहा, ताजिकिस्तान में चीनी सैन्य अड्डे को लेकर जो खबरें मीडिया में चल रही हैं, वह पूरी तरह से गलत और निराधार हैं. यह मुद्दा चीन-ताजिकिस्तान एजेंडे में भी नहीं शामिल है. लेकिन सैटेलाइट द्वारा जारी तस्वीरों में सैन्य बेस की दीवारें और आने-जाने वाले रास्ते नजर आ रहे हैं.