चीन ने ताइवान के इलाकों के पास शुरू किया बड़ा सैन्य अभ्यास, क्या है ड्रैगन का प्लान?

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

China Taiwan: चीन, ताइवान को अपने कब्‍जे में लेने के लिए लगातार प्रयासरत है. ऐसे में ही अब उसने ताइवान पर अपनी संप्रभुता का दावा करने के लिए उसके आसपास के क्षेत्रों में संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया, जिसमें उसके कई बलों ने हिस्सा लिया.

मंगलवार को चीन द्वारा शुरू किए गए इस अभ्यास का मकसद ताइवान की उन ताकतों को कड़ी चेतावनी देना है जो स्वयं को स्वायत्त बताती हैं. रिपोर्रट्स के मुताबिक, ‘चाइनीज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ईस्टर्न थिएटर कमांड’ के एक प्रवक्ता ने बताया कि कमान ने मंगलवार को ताइवान द्वीप के आसपास संयुक्त अभ्यास शुरू किया.

ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा मानता है चीन 

‘थिएटर कमांड’ के प्रवक्ता सीनियर कर्नल शी यी ने कहा कि कमान ने अपनी थलसेना, नौसेना, वायुसेना और रॉकेट बलों को कई दिशाओं से ताइवान द्वीप के पास पहुंचने के लिए संगठित किया है. दरअसल, चीन ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा मानता है. ऐसे में उसका मकसद इस स्व-शासित द्वीप की चारों तरफ से नाकाबंदी करने का अभ्यास करना था.

अलगाववादी ताकतों के खिलाफ चेतावनी है ताइवान की आजादी

जानकारों के मुताबिक, चीन का ये अभ्यास मुख्य रूप से समुद्री और हवाई युद्ध के लिए तैयारी गश्त, उत्कृष्ट संयुक्त अभ्यास, समुद्री और जमीनी लक्ष्यों पर हमले का अभ्यास और सैनिकों की संयुक्त अभियानगत क्षमताओं का परीक्षण करने के लिए प्रमुख क्षेत्रों और समुद्री मार्गों पर केंद्रित हैं.

कर्नल यी शी ने कहा कि यह अभ्यास ‘‘ताइवान की आजादी की समर्थक अलगाववादी ताकतों’’ के खिलाफ एक सख्त चेतावनी है और चीन की संप्रभुता और राष्ट्रीय एकता की रक्षा के लिए एक वैध और आवश्यक कार्रवाई है.

यह भी पढें –Earthquake In Myanmar: विनाशकारी भूकंप से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था, मौतों का आंकड़ा 2,056 पहुंचा

Latest News

चिली के राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी सदस्यता का किया समर्थन, ट्रंप नीति केा लेकर कही ये बात

Gabriel Boric Font: इन दिनों चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट भारत दौरे पर है. इसी बीच बुधवार को उन्‍होंने भारतीय विश्व मामलों...

More Articles Like This

Exit mobile version