ताइवान की स्वतंत्रता का मतलब युद्ध! हम पूरी तरह से तैयार…चीनी सेना की खुलेआम धमकी, जानिए क्या है ड्रैगन का प्लान

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Chinese Army Threat: ताईवान में लाई चिंग ते के राष्‍ट्रपति के शपथ ग्रहण करने के बाद से ही चीन भड़का हुआ है. ऐसे में अब उसने ताइवान को युद्ध करने की खुलेआम धमकी भी दे दी है. चीन की पीएलए आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल जिंग जियानफेंग ने ताइवान को धमकी देते हुए कहा है कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ताइवान को कभी भी आजाद और अलग होने नहीं देगी. जियानफेंग ने कहा कि ‘ताइवान की स्वतंत्रता’ का मतलब है युद्ध.

बता दें कि जिंग जियानफेंग केंद्रीय सैन्य आयोग के संयुक्त कर्मचारी विभाग के उप प्रमुख भी हैं. ऐसे में जिंग जियानफेंग ने कहा कि ‘ PLA ताइवान को कभी भी चीन से अलग नहीं होने देगा, ताइवान की आजादी युद्ध के समान है.’ उन्‍होंने कहा कि PLA सैनिकों को प्रशिक्षित करना, युद्ध की स्थिति में तैयारी करना और ताइवान की स्वतंत्रता के खिलाफ लड़ना जारी रखेगा.

चीन की क्या है नीति?

जिंग जियानफेंग ने कहा कि ताइवान हमेशा से उसका हिस्‍सा रहा है, और वो चीन में उसके पुनर्मिलन के लिए बढ़ावा देगा. साथ ही वह किसी बाहरी हस्तक्षेप को भी सहन नहीं करेंगा. इसके साथ ही चीनी सेना देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अपने कर्तव्यों का मजबूती के साथ पालन करेगी.

ये धमकी दे चुका है चीन

बता दें कि 1949 से ताइवान चीन से अलग स्वतंत्र रूप से शासित है. हालांकि बीजिंग इस द्वीप को अपना प्रांत मानता है. वहीं, दूसरी ओर ताइवान अपनी स्वयं की निर्वाचित सरकार वाला क्षेत्र कहता है और खुद को अलग देश बताता है. लेकिन बीजिंग ताइपे के साथ किसी भी विदेशी राज्य के आधिकारिक संपर्क का विरोध करता है और द्वीप पर चीनी संप्रभुता को निर्विवाद मानता है. बता दें कि हाल ही में चीन ने पूरे ताइवान को घेर कर युद्धाभ्‍यास किया था. इस दौरान चीन ने कहा था कि ताइवान की स्वतंत्रता की बात करेगा उसका सिर तोड़ देंगे.

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