Baloch Liberation Army: पाकिस्तान में रह रहे चीनी नागरिकों को बलूच लिबरेशन आर्मी ने चेतावनी दी है कि वे तुरंत पाकिस्तान छोड़ दें. बीएलए ने धमकी देते हुए कहा कि उसके लड़ाके चीनी नागरिकों का सीधे कत्ल करेंगे.
दरअसल, पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी पिछले कुछ दिनों से जो गदर मचाया है, उससे पाकिस्तानी सैनिकों की हालत खराब हो गई है. बलूच आर्मी ने अब पाकिस्तान के अंदर रह रहे चीनी नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने का फरमान सुना दिया है. यही नहीं चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए बलूच आर्मी ने स्पेशल यूनिट बनाई है.
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि पाकिस्तान के अंदर चीन CPEC कॉरिडोर बना रहा है. चीन अपने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर पानी की तरह पैसे बहा रहा है. चीन इस आस में है कि पाकिस्तान में उसका प्रोजेक्ट पूरा जाए, हालांकि, जिस तरह से बलूच लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोला है, इससे तो साफ है कि चीनी प्रोजेक्ट पर एक बार फिर पानी फिरने वाला है. CPEC कॉरिडोर निर्माण के लिए चीन ने भारी संख्या में अपने इंजीनियरों और अधिकारियों को लगाया है. वहीं, बलूच आर्मी इस प्रोजेक्ट को तहस-नहस करने में लगी है.
एक दिन पहले ही बलूच आर्मी के फिदायीन दस्ते ने पाकिस्तान में भारी तबाई मचाई और 70 से अधिक लोगों की हत्या कर दी. इसमें पाकिस्तानी फौज और पुलिस के 14 जवान शामिल हैं. बीएलए ने दावा किया है कि उसने बलूचिस्तान के तुर्बत में आर्मी कैंप पर फिदायीन हमला करके 130 पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया है. हालांकि इसको लेकर अब तक पाकिस्तानी सैनिकों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
चीनी नागरिकों को मारने के लिए बनाया मजीद ब्रिगेड
वहीं, बलूच आर्मी ने चीनी नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने को कहा है. बीएलए ने धमकी दी है कि अगर चीनी नागरिक ग्वादर और बलूचिस्तान नहीं छोड़े तो उनका कत्लेआम कर दिया जाएगा. बलूच लिब्रेशन आर्मी कमांडर की तरफ से दिए गए बयान में पाकिस्तान और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को साफ लहजे में धमकी दी गई है. बयान में यह भी बताया गया है कि चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए उसने अलग से ब्रिगेड का गठन किया है, जिसका नाम मजीद ब्रिगेड है. इस यूनिट के लड़ाके सीपीईसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे चीनी नागरिकों को निशाना बनाएंगे.
पाकिस्तान ने लांच किया था ऑपरेशन ‘अजम ए इस्तेखाम’
ज्ञात हो कि पाकिस्तान आर्मी बलूच लड़ाकों से निपटने के लिए जून में ही ‘अजम ए इस्तेखाम’ ऑपरेशन लॉन्च किया था. पाकिस्तान को उम्मीद थी कि इस ऑपरेशन से वह बलूच आर्मी को कंट्रोल कर लेगा, लेकिन पाकिस्तान की यह चाल उसको ही भारी पड़ गई. परिणाम यह हुआ है कि इस ऑपरेशन शुरू होने के बाद से बलूच लड़ाके और अधिक भड़क गए हैं और पाकिस्तानी सेना पर हमले तेज कर दिए हैं. पाकिस्तानी सैनिकों पर हो रहे हमलों में बलूच लिब्रेशन आर्मी (BLA) , बलूच लिब्रेशन फ्रंट (BLF) और तहरीक-ए-तालिबान (TTP) मिलकर काम कर रहे हैं.