Christopher Luxon: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए 16 मार्च, रविवार को भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर पहुंचे. जहां सोमवार को उन्होंने हैदराबाद हाउस में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. साथ ही ‘रायसीना डायलॉग’ के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि शामिल भी होंगे.
मोदी-लक्सन वार्ता से पहले दोनों देशों ने एक व्यापक और पारस्परिक रूप से हितकारी भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते के लिए वार्ता शुरू करने की घोषणा की. साथ दोनों देशों के बीच एक परस्पर लाभकारी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर नेगोशिएशन करने का निर्णय लिया गया है. इससे आपसी व्यापार और निवेश के पोटेंशियल को बढ़ावा मिलेगा.
द्विपक्षीय पहलुओं पर हुई विस्तृत चर्चा
इस दौरान पीएम मोदी एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान कहा कि न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर का रायसीना डायलॉग का मुख्य अतिथि होना हमारे लिए खुशी की बात है. आज हमने अपने द्विपक्षीय पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने बताया कि हमने अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करने का निर्णय लिया है.
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हुई चर्चा
रक्षा उद्योग जगत में भी आपसी सहयोग के लिए रोडमैप बनाया जाएगा. हिंद महासागर में हमारी नौसेनाएं मिलकर काम कर रही है. न्यूजीलैंड की सेना का जहाज दो दिन में मुंबई में पोर्ट कॉल कर रहा है. मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री के साथ भारत आए बड़े डेलिगेशन को भारत में नई संभावनाओं को देखने और समझने का अवसर मिलेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच खेलों में भी पुराने संबंध हैं. हमने स्पोर्ट्स साइंस, साइकोलॉजी और मेडिसीन में भी सहयोग पर बल दिया है. उन्होंने बताया कि साल 2026 में दोनों देशों के बीच खेल संबंधों के 100 साल मनाने का निर्णय लिया गया है. यूपीआई कनेक्टिविटी, डिजिटल ट्रांजेक्शन, और टूरिज्म बढ़ाने पर भी बल दिया जाएगा. शिक्षा के क्षेत्र में हमारे पुराने संबंध हैं. हम न्यूजीलैंड की यूनिवर्सिटीज को भारत में कैंपस खोलने के लिए आमंत्रित करते हैं.
आतंकवाद के खिलाफ दोनों देश एकमत
भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हम दोनों एकमत हैं, चाहे 15 मार्च 2019 का क्राइस्ट चर्चा आतंकी हमला हो या 26 नवंबर 2008 का मुंबई हमला, आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है. आतंकी हमलों के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई आवश्यक है. ऐसे में आतंकवादी, अलगाववादी और और कट्टरपंथी लोगों के खिलाफ हम मिलकर काम कर रहे हैं. इस संबंध में हम न्यूजीलैंड में कुछ गैर कानूनी तत्वों द्वारा भारत विरोध गतिविधियों पर हमने अपनी चिंता साझा की है.
पीएम ने कहा कि हमें विश्वास है कि इन सभी गैर कानूनी तत्वों के खिलाफ हमें न्यूजीलैंड सरकार का सहयोग आगे भी मिलता रहेगा. फ्री, ओपन, सिक्योर और प्रॉस्परश इंडो-पैसिफिक का हम दोनों समर्थन करते हैं. हम विकासवाद की नीति में विस्वास रखते हैं, विस्तारवाद में नहीं.
भारत को बताया महत्वपूर्ण देश
वहीं, दिल्ली पहुंचने के कुछ देर बाद ही न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने न्यूजीलैंड की समृद्धि, सुरक्षा और समाज के लिए भारत को ‘‘बहुत महत्वपूर्ण’’ देश बताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि ‘‘भारत न्यूजीलैंड के लोगों के लिए बहुत बड़ा आर्थिक अवसर प्रदान करता है. यही वजह है कि मैं यहां बाया हूं और अपने साथ व्यापार और समुदाय के नेताओं का एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल लेकर आया हूं.’’
वहीं, भारत यात्रा से कुछ दिन पहले न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह भारत के साथ व्यापक आर्थिक साझेदारी के लिए प्रयास करेंगे और द्विपक्षीय सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने के तौर-तरीके तलाश करेंगे.
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