Global peace Index: साल 2024 में दुनिया के कई देश विशेष संघर्ष से गुजर रहे हैं. कुछ देशों में मानवीय अस्थिरता का संघर्ष और कुछ देशों में राजनीतिक अस्थिरता देखने को मिल रही है. संघर्ष से जूझ रहे देशों के नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस के ग्लोबल पीस इंडेक्स ने दुनिया के कई देशों की सूची जारी की है. जिसके आधार पर पता चलता है कि साल 2024 में दुनिया के सबसे खतरनाक देश कौन-कौन से हैं.
सूची के अनुसार इन देशों में लोगों का रहना बेहद मुश्किल हो रहा है. यह देश इस पिछले काफी समय से युद्ध, हिंसा और अशांति से जूझ रहे हैं. इन देशों में यमन, सूडान और दक्षिणी सूडान जैसे देश टॉप-3 में है. हालांकि, कुछ और देशों के नाम भी हैं, जो सभी को चौंकाते हैं. आइए आपको उन खतरनाक देशों के बारे में बताते हैं…
यमन
दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में सबसे ऊपर यमन का नाम है. बता दें कि इसका GPI स्कोर 3.397 है. यमन में 2015 में गृह युद्ध की शुरुआत हुई थी और उसके बाद से यह देश लगातार अराजकता में डूबा है. इसी के साथ यहां पर अकाल और भूखमरी के भी हालात हो गए हैं.
सूडान
सबसे खतरनाक देशों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर सूडान है. सूडान में चल रहे संघर्ष के कारण करीब 3 हजार लोगों की मौत हो गई और करीब 20 लाख लोगों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ा है. यहां पर डारुर, दक्षिण कोर्डोफन और ब्लू नाइल के क्षेत्रों में छिड़े संघर्ष के कारण आम लोगों का जीवन दूभर हो गया है. संयुक्त राष्ट्र की मानें तो सूडान में करीब 1.4 करोड़ लोगों को तुरंत मानवीय सहायता की आवश्यकता है.
दक्षिणी सूडान
लगभग यमन और सूडान जैसे हालात ही दक्षिण सूडान के हैं. यह दुनिया का तीसरा सबसे खतरनाक देश है और इसका जीपीआई स्कोर 3.324 है. दक्षिणी सूडान 2011 में स्वतंत्र हुआ था और उसके बाद से ही यहां पर संघर्ष जारी है.
अफगानिस्तान
अमेरिका ने साल 2021 में अफगानिस्तान को छोड़ दिया था उसके बाद से ही वहां पर तालिबान की सत्ता काबिज है. तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान के हालात और खराब हुए हैं. यह दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में चौथे नंबर पर आता है. यहां पर आम लोगों के लिए कई प्रकार की पाबंदियां हैं और आतंकवाद भी यहां पर चरम पर है.
यूक्रेन
यूक्रेन पर फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण के बाद यहां के हालात काफी खराब हो गए हैं. यूक्रेन में साल 2024 तक डेढ़ लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. साथ ही बुनियादी ढांचे को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा है. व्यापक पैमाने पर घर, स्कूल और अस्पताल जमींजोद हो चुके हैं. यूक्रेन दुनिया के सबसे खतरनाक देशों की लिस्ट में पांचवे नंबर पर है.