बांग्लादेश में तख्तापलट, PM के रेस में मोहम्मद यूनुस, क्या संभाल पाएंगे देश की सत्ता

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bangladesh; Mohammad Yunus: इस समय भारत का पड़ोसी मुल्‍क बांग्लादेश हिंसा की आग में जल रहा है. आरक्षण विरोधी प्रदर्शन और हिंसक झड़पों के बीच बांग्‍लादेश में तख्‍तापलट हो गया. प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्‍तीफा देकर देश छ़ोड चुकी हैं. फिलहाल देश की कमान सेना के हाथ में हैं. वहीं अब आंतरिक पीएम की दौड़ तेज हो गई है. इसी बीच भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के समन्‍वयकों (कोऑर्डिनेटर) ने मंगलवार नोबेल पुरस्‍कार विजेता डॉ मुहम्‍मद यूनुस को सरकार का मुख्‍य सलाहकार बनाने का प्रस्‍ताव रखा है.

पीएम के रेस में इनका नाम  

खबर यह भी है कि अब मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री बनाए जा सकते हैं. छात्र आंदोलन के प्रमुख नाहिद इस्लाम ने मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुख्य सलाहकार बनाने की बात कही है. उन्होंने देश की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर अपनी सहमति दी है. वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री खालिद जिया के बेटे तारिक रहमान भी अतंरिम प्रधानमंत्री की दौड़ में बताए जा रहे है. इनके अलावा वरिष्ठ वकील सारा हुसैन, रिटायर्ड थ्री स्टार जनरल जहांगीर आलम चौधरी और बांग्लादेश बैंक के पूर्व गवर्नर सालेहुद्दीन अहमद भी इस रेस में शामिल हैं.

कौन हैं मोहम्मद यूनुस

डॉ मोहम्मद यूनुस का जन्म 28 जून, 1940 में हुआ. यूनुस बांग्लादेश के एक सामाजिक उद्यमी, एक अर्थशास्त्री, एक बैंकर और सामाजित नेता हैं. गरीबी उन्मूलन के विशेष प्रयासों के लिए साल 2006 में मोहम्‍मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था. यूनुस ने 1983 में ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी जो गरीब लोगों को छोटे कर्ज उपलब्‍ध कराता है. बांग्लादेश को अपने ग्रामीण बैंक के जरिए माइक्रोक्रेडिट के लिए दुनियाभर में सराहना मिली थी. इसके वजह से बांग्लादेश में बड़ी तादाद में लोग जीवनस्तर के ऊपर उठने में सफल रहे. डॉ यूनुस को साल 2009 में यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम मिला. इसके बाद साल 2010 में उन्हें कांग्रेसनल गोल्ड मेडल से पुरस्‍कृत किया गया. साथ ही उन्हें कई और भी अवॉर्ड मिले हैं.

पूर्व पीएम खालिदा जिया रिहा

बताते चले कि बांग्लादेश में लगातार बिगड़ते हालात के बाद पीएम शेख हसीना से पद से इस्‍तीफाा दे दिया है. साथ ही राजधानी ढाका को छोड़कर चुकी हैं. वहीं बांग्लादेश के हालात पर राष्ट्रपति ने सेना प्रमुख के साथ मीटिंग की जिसके बाद पूर्व PM खालिदा जिया की रिहा कर दिया गया है. साथ ही राष्ट्रपति ने घोषणा किया है कि अंतरिम सरकार के गठन के बाद जल्‍द ही बांग्लादेश में चुनाव कराए जाएंगे. राष्ट्रपति ने कहा कि आरक्षण के खिलाफ आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा किया जाएगा.

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