US Birthright Citizenship: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण करने के साथ ही कई आदेश जारी किए जिनमें से कुछ पर भारी विवाद हुआ. उन्हीं आदेशों में से एक है जन्मजात नागरिकता को समाप्त करना. हालांकि अमेरिका के फेडरल कोर्ट ने ट्रंप के इस आदेश को असंवैधानिक बताते हुए इस पर रोक लगा दी. लेकिन वॉइट हाउस इससे निपटने के लिए पूरी कोशिश में है. जन्मजात नागरिकता को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप के तेवर और भी सख्त हो गए है. ट्रंप ने कहा है कि जन्मजात नागरिकता मुख्य रूप से गुलामों के बच्चों के लिए थी, न कि अमेरिका में भीड़ बढ़ाने के लिए.
अमेरिका में भीड़ लगाने की नहीं दे सकते इजाजत
बता दें कि इस आदेश को कोर्ट द्वारा रद्द किए जाने के बाद ट्रंप ने कहा है कि वह इसके खिलाफ अपील करेंगे. वहीं गुरुवार को उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट उनके पक्ष में फैसला सुनाएगा. ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर आप पीछे मुड़कर देखें तो जन्मजात नागरिकता गुलामों के बच्चों के लिए थी. ट्रंप ने कहा कि इसकी आड़ में दुनियाभर के लोगों को अमेरिका आने और भीड़ लगाने के लिए इजाजत नहीं दे सकते.
इस मामले में हमारी जीत होगी: ट्रंप
मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि जन्मजात नागरिकता का यह मतलब नहीं था कि पूरी दुनिया आकर अमेरिका में भीड़ लगा दे. उन्होंने कहा कि हर कोई आ रहा है. पूरी तरह से अयोग्य लोग आ रहे हैं, जिनके बच्चे भी शायद अयोग्य हों. उसका (जन्मजात नागरिकता का) मतलब यह तो नहीं था. ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट में हमारी जीत होगी, मेरे हिसाब से हम इस मामले में जीत हासिल करेंगे. आव्रजन अध्ययन केंद्र का अनुमान है कि 2023 में अवैध आप्रवासियों से 2,25,000 से 2,50,000 बच्चे पैदा हुए.
अमेरिकी सीनेट में एक विधेयक पेश
बता दें कि अमेरिकी सीनेट में एक विधेयक पेश किया गया है. इसे सत्ताधारी रिपब्लिकन पार्टी के तीन सांसदों ने पेश किया है. रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर्स लिंडसे ग्राहम, टेड क्रूज और केटी ब्रिट ने यह बिल पेश किया है. इसमें कहा गया है कि जन्मजात नागरिकता कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है. इस बिल में अमेरिका में जन्मजात नागरिकता के अधिकार को खत्म करने की मांग की गई है.
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