World News: उत्तर कोरिया और अमेरिका की दुश्मनी सभी को पता है. ये दोनों देश एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं. दोनों एक दूसरे को देखना तक पसंद नहीं करते हैं. ऐसे में अब तानाशाह किम जोंग उन ने ऐसा काम किया है, जिससे अमेरिका की टेंशन बढ़ गई है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि उत्तर कोरिया फिर अपना स्पाई सैटेलाइट यानी जासूसी सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी में है. इस बात की सूचना उसने जापान को दे दी है.
उत्तर कोरिया ने जापान से कहा है कि अगले सप्ताह की शुरुआत में सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना वह बना रहा है. बताया जा रहा है कि यह उत्तर कोरिया का स्पाई सैटेलाइट होगा. इसको 3 जून तक अंतरिक्ष की कक्षा में भेजने की तैयारी है. साउथ कोरिया और चीन के नेता सोमवार को अपनी पहली त्रिपक्षीय बैठक के लिए सियोल में एकत्र थे. इसी दौरान तानाशाह किम जोंग उन ने इसके बारे में जानकारी दी.
क्या बोला जापान
उत्तर कोरिया के इस फैसले को लेकर जापान के कोस्ट गार्ड ने कहा कि उसे नॉर्थ कोरिया ने सैटेलाइट रॉकेट को लॉन्च करने की सूचना दी है. उसने सैटेलाइट लॉन्च को लेकर एक सुरक्षा चेतावनी दी है. सैटेलाइट लॉन्च की प्रक्रिया कोरियाई प्रायद्वीप और चीन के बीच और फिलीपीन द्वीप लुजोन के पूर्व जलक्षेत्र में सोमवार से शुरू होकर 3 जून की आधी रात तक चलेगी.
इन सब के बीच सवाल यही उठता है कि अगर नॉर्थ कोरिया सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी में है. तो इसकी सूचना आखिर जापान को क्यों दी. माना जा रहा है कि नॉर्थ कोरिया ने जापान को अपने सैटेलाइट की जानकारी इसलिए दी है, क्योंकि जापान का कोस्ट गार्ड पूर्वी एशिया में समुद्री सुरक्षा जानकारी को कोर्डिनेट कर के डिस्ट्रीब्यूट करता है.
जापान चाहता है ये लॉन्चिंग ना हो!
इन सब के बीच अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जापाना चाहता है कि ये लॉन्चिंग ना हो. इसको लेकर जापानी कोस्ट गॉर्ड का कहना है कि जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने अधिकारियों को अमेरिका, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों के साथ सहयोग के साथ नॉर्थ कोरिया से सैटेलाइट लॉन्च न करने का दृढ़ता से अनुरोध करने को कहा है. इतना ही नहीं, किसी भी इमरजेंसी के हालातों के लिए उपाय करने और तैयार रहने का निर्देश दिया.
ये दूसरा जासूसी सैटेलाइट
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया का ये दूसरा स्पाई सैटेलाइट होगा. इसके पहले साल 2023 के नवंबर में नॉर्थ कोरिया ने अंतरिक्ष में अपना पहला जासूसी सैटेलाइट तैनात किया था. हालांकि, इससे पहले नॉर्थ कोरिया को दो बार इस सैटेलाइट को लॉन्च करने में असफलता हाथ लगी थी. तीसरी कोशिश में नॉर्थ कोरिया ने सफलता हासिल कर ली. अंतरिक्ष से अपने दुश्मनों पर नजर रखने के लिए उत्तर कोरिया लगातार स्पाई सैटेलाइट लॉन्च कर रहा है.
उत्तर कोरिया का मकसद
ज्ञात हो कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य खतरों से निपटने के लिए और अंतरिक्ष- आधारिक निगरानी के नेटवर्क बनाने के लिए अपना जासूसी सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेज रहा है. इन सैटेलाइट से उत्तर कोरिया अमेरिका के साथ दक्षिण कोरिया की सभी गतिविधियों पर नजर रखना चाहता है. उत्तर कोरिया का इस संबंध में कहना है कि अमेरिका और साउथ कोरिया की गतिविधियों पर बेहतर निगरानी रखने के लिए उसने यह कदम उठाया है.
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