Dmitry Peskov: क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने एक प्रेस कॉफ्रेन्स में कहा कि मास्को तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका और ईरान के बीच गतिरोध को कूटनीतिक रूप से हल करने में मदद करने के लिए जितना संभव हो सके सब कुछ करने के लिए तैयार है.
पेसकोव का यह बयान एक ईरानी सांसद द्वारा सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को दिए गए साक्षात्कार के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस और चीन तेहरान और वाशिंगटन के बीच किसी भी भावी समझौते के संयुक्त गारंटर के रूप में काम कर सकते हैं.
रूस के पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियारों का भंडार
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि रूस के पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियारों का भंडार है. उसने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से ईरान के साथ अपने सैन्य संबंधों को मजबूत किया है. उन्होंने कहा कि रूसी संघ राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से स्थिति के समाधान में योगदान देने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार सब कुछ करने के लिए तैयार है.
हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि मॉस्को गारंटर की भूमिका निभाएगा या नहीं, लेकिन इस बात का जिक्र जरूर किया कि क्रेमलिन ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच दूसरे दौर की वार्ता पर भरोसा कर रहा है.
ईरान और अमेरिकी अधिकारियों के बीच हुई वार्ता
बता दें कि ईरान और अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले सप्ताह ओमान में अप्रत्यक्ष वार्ता की, जो 2018 में ट्रम्प द्वारा एक ऐतिहासिक परमाणु समझौते से हटने के बाद से उनके उच्चतम स्तर के संपर्क को चिह्नित करता है.
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