Donald Trump Assassination Attempt: मंगलवार को यूएस सीक्रेट सर्विस डायरेक्टर किंबर्ली चीटल ने इस्तीफा दे दिया. उनका यह फैसला पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक रैली में हुए जानलेवा हमले के बाद सामने आया है. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति पर हुए हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि 1981 में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन पर हुए हमले के बाद यूएस सीक्रेट सर्विस की ये सबसे बड़ी विफलता है.
दरअसल, 13 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चली थी उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीक्रेट एजेंसी की थी, जिसमें वो असफल रही, जिसके बाद से ही वो लगातार विरोध का सामना कर रही थी. ऐसा इसलिए भी था क्योंकि रैली के दौरान ट्रंप पर हमला करने वाला हमलावर उनकी रैली से महज 140 मीटर दूर एक बिल्डिंग की छत पर था, फिर भी सीक्रेट सर्विस उसे हमले से पहले पकड़ने में नाकाम रही थी.
सांसदों के सवालों के जवाब देने से किया इंकार
दरअसल, चीटल सोमवार को हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की निगरानी समिति के सामने भी पेश हुईं थीं, इस दौश्रान उन्होंने ट्रंप की रैली की सुरक्षा से जुड़े सांसदों के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद से ही रिपब्लिकन के साथ-साथ कई डेमोक्रेटिक सांसदों ने भी उनके इस्तीफे की मांग की थी.
ट्रंप के कान को छूते हुए निकली गोली
बता दें कि 13 जुलाई को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक आउटडोर रैली को संबोधित करने के दौरान एक हथियारबंद शख्स ने उनपर गोली चलाई थी. गनीमत ये रही कि हमले में गोली ट्रंप के कान को छूते हुए निकल गई. ट्रंप पर हमला करने वाले शख्स को तुरंत ही सीक्रेट सर्विस स्नाइपर ने मार गिराया, जिसकी पहचान 20 वर्षीय थॉमस क्रुक्स के तौर पर हुई थी.
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