इटली के प्रधानमंत्री ने डोनाल्‍ड ट्रंप से की मुलाकात, रोम आने का दिया निमंत्रण

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Donald Trump-Georgia Meloni Meeting:  इस समय अमेरिका ने नया टैरिफ लागू करके कई देशों के साथ ट्रेड वॉर छेड़ दिया है. इसी बीच इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी वांशिगटन डीसी पहुंची, जहां उन्‍होंने व्‍हाइट हाउस में अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप से मुलाकात की.

इस दौरान दोनों देशों के बीच व्‍यापार मुद्दे को लेकर अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने कहा कि यूरोपीय संघ (EU) के साथ व्यापार समझौता “100 प्रतिशत” संभव है, लेकिन इस मामले में वो किसी भी प्रकार की कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं. दरअसल, ट्रंप द्वारा यूरोपीय संघ के आयात पर 20 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद किसी यूरोपीय नेता का पहला अमेरिकी दौरा था.

हर कोई चाहता है समझौता करना

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप की सख्त टैरिफ नीति के होने के बाद भी इतालवी प्रधानमंत्री से कहा कि “व्यापार समझौता होगा, 100 प्रतिशत, लेकिन यह निष्पक्ष होगा.” साथ ही उन्‍होंने 27 देशों के समूह के साथ समझौते पर भी विश्वास जताया. हालांकि उन्‍होंने ये जरूर कहा है कि अमेरिका को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी समझौते को वह नहीं स्वीकार करेंगे.

डोनाल्‍ड ट्रंप ने भी कहा है कि वो टैरिफ खत्म करने में जल्दबाजी नहीं करना चाहते है.इस मामले में हर कोई समझौता चाहता है, ऐसे में यदि वे नहीं चाहते तो हम उनके लिए समझौता करेंगे.”

मेलोनी ने ट्रंप को रोम आने का दिया निमंत्रण

इटली की पीएम मेलोनी ने ट्रंप से मुलाकात के दौरान कहा कि भले ही अटलांटिक के दोनों तटों के बीच कुछ समस्याएं हों, लेकिन अब समय आ गया है कि हम मिलकर बैठकर समाधान ढूंढने की कोशिश करें. उन्‍होंने कहा कि हमारा लक्ष्य पश्चिम को फिर से महान बनाना है, जो एक साथ मिलकर ही किया जा सकता है. साथ ही उन्‍होंने ट्रंप को रोम आने का निमंत्रण भी दिया.

इस मुलाकात का क्या असर पड़ेगा EU पर?

बता दें कि इटली, जो दुनिया का चौथा बड़ा निर्यातक है, जो अपने निर्यात का 10 प्रतिशत अमेरिका को भेजता है. हालांकि अमेरिका ने हाल ही में यूरोपीय संघ (EU) पर 20 प्रतिशत टैरिफ लगाया है, लेकिन इटली द्वारा बातचीत वार्ता पर तैयार होने के बाद अमेरिका ने 90 दिनों के लिए रोक दिया है.

मेलानी और ट्रंप के मुलाकात से कई देशों की बढ़ी चिंता

दरअसल, अमेरिका ने भारत-चीन समेत कई देशों पर हाल में अतिरिक्‍त टैरिफ लागू किया है, जिसके बाद से कोई भी EU नेता ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप से मुलाकात नहीं की, ऐसे में मेलोनी और ट्रंप के मुलाकात ने कई देशों की बेचैनी बढ़ा दी है. कई नेता इसे EU की एकता के लिए नुकसानदेह मान रहे हैं. हालांकि मेलोनी की यात्रा का मुख्य उद्देश्य ट्रंप और EU प्रमुख उर्सुला वॉन के बीच बैठक का रास्ता निकालना है.

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