Donald Trump On UNHRC And UNRWA: डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अमेरिका के सत्ता क बागडोर अपने हाथों में ली है, तब से वो लगातार एक के बाद एक सख्त फैसले ले रहे है, जिससे दुनियाभर के देशामें खलबली मची हुई है. वहीं, ताजे मामले में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को मानवाधिकार परिषद (UNHRC) और फिलिस्तीनियों के लिए मुख्य संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी (UNRWA) से बाहर करने का आदेश दिया है. साथ ही, संयुक्त राष्ट्र के अन्य संगठनों, जैसे यूनेस्को में अमेरिका की भागीदारी की समीक्षा का भी निर्देश दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र ठीक से नहीं चल रहा है, हालांकि उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि इस वैश्विक संगठन में जबरदस्त क्षमता है. ट्रंप का दावा है कि अमेरिका द्वारा दी जाने वाली सहायता दूसरे देशों की अपेक्षा अधिक है और यही वजह है कि उन्होंने सभी देशों से समान फंडिंग का आह्वान किया.
फंडिंग असमानताएं बनी वजह
इसी बीच व्हाइट हाउस के स्टाफ सचिव विल शर्फ ने कहा कि यह कदम संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों में अमेरिकी विरोधी पूर्वाग्रह के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर, कार्यकारी आदेश विभिन्न देशों के बीच फंडिंग असमानताओं और अमेरिकी भागीदारी की समीक्षा का आह्वान करता है.”
ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसले
ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल (2017-2021) में UNRWA की फंडिंग में कटौती की थी और मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से अमेरिका को हटा लिया था. उन्होंने इजरायल के खिलाफ “पुराने पूर्वाग्रह” का हवाला देते हुए यह फैसला लिया था और संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की मांग की थी.
वहीं, 2023 में, अमेरिका ने 300-400 मिलियन डॉलर की वार्षिक फंडिंग को निलंबित कर दिया था, जब इजरायल ने आरोप लगाया था कि UNRWA के कुछ कर्मचारी हमास के आतंकी हमलों में शामिल थे. हालांकि, जांच में तटस्थता-संबंधी मुद्दे पाए गए थे, लेकिन इज़राइल के आरोपों का कोई सबूत नहीं मिला था.
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