जम्मू-कश्मीर के चिनाब ब्रिज पर टिकी दुश्मनों की नजर, ये दोनों देश कर रहे जासूसी

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

J&K Chenab Bridge: भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आते है. ये लगातार भारत के खिलाफ गतिविधियों को अंजाम देते रहते हैं. जम्मू-कश्मीर से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान और चीन की खुफिया एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में चल रही कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्‍ट्स की जानकारी जुटा रही हैं. बताया जा रहा है कि इन एजेंसियों की नजर मुख्‍य रूप से जम्मू-कश्मीर में मौजूद दुनिया के सबसे ऊंचे पुल चिनाब ब्रिज पर है.

चिनाब ब्रिज पर आतंकियों की नजर 

विशेष रूप से आतंकियों की नजर इस पुल पर है जो सुरक्षा और देश की दृष्टि से अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण है. क्योंकि यह ब्रिज भारत के विभिन्न राज्यों को जम्मू-कश्मीर से जोड़ने का प्रमुख जरिया बनेगा. खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि रियासी और रामबन जिलों को जोड़ने वाला चिनाब रेलवे ब्रिज से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान ने चीन की खुफिया एजेंसियों को दिया है. हाल ही में इस पुल का ट्रायल शुरू हुआ है. यह जम्मू-कश्मीर की सबसे अहम प्रोजेक्‍ट्स में से एक है.

सूचना जुटाने में लगी एजेंसियां

चीन की खुफिया एजेंसी का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना निश्चित तौर पर गंभीर और संवेदनशील मसला है. जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के संगलदान और रियासी को जोड़ने वाला चिनाब ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है. चीन पहले से ही इस पुल में गहरी दिलचस्‍पी दिखा रहा है. खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान और चीन की खुफिया एजेंसियां इस ब्रिज से जुड़ी सूचनाओं को जुटा रही हैं.

चिनाब ब्रिज की खासियत?

जम्‍मू कश्‍मीर में बना पुल चिनाब ब्रिज अपनी ऊंचाई और मजबूती के लिए मशहूर है और जल्द ही भारतीय रेलवे को अपनी सेवाएं देगा. इसकी विशेषताओं पर नज़र डालें तो यह -10 से 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी काम करने में सक्षम है. इसे इस तरह से बनाया गया है कि यह भूकंप और विस्फोटों को भी सह सकता है. इस पुल की ऊंचाई लगभग 359 मीटर है, और इसे जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में कटरा-बनिहाल रेल खंड पर तैयार किया जा रहा है.

इसे 27,949 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है. चिनाब का निर्माण कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के अंतर्गत किया जा रहा है. यह ब्रिज घाटी को देश के अन्य हिस्सों से रेलवे के माध्यम से जोड़ने का एक अहम साधन होगा.

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