अमेरिकी AC-130J घोस्टराइडर की ताकत से दुश्मन हैरान, 50 हजार फीट की ऊंचाई से घर के अंदर रख सकता है नजर

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

AC-130J Ghostrider: अमेरिकी वायु सेना ने अपने सबसे आधुनिक विमान की ताकत का प्रदर्शन किया है, जो ऊंचे आसमान में उड़ान भरते हुए घरों की खिड़की से भीतर तक नजर रख सकता है. दरअसल, दक्षिण कोरिया में हुए सैन्य अभ्यास में घोस्‍टराइडर गनशिप AC-130J का ताकत पूरी दुनिया ने देखी है. दक्षिण कोरिया में ऊंचे अपार्टमेंट ब्लॉक के ऊपर जब इसने उड़ान भरी तो इसके पावरफूल कैमरे घरों की खिड़कियों के भीतर सब कुछ साफ देख पा रहे थे. बता दें कि घोस्‍टराइडर की खासियत सिर्फ इतना ही नहीं है. इसकी पूरी क्षमता दुनिया को हैरान करने वाली है.  यह विमान हरक्यूलिस गनशिप का नवीनतम संस्करण एसी-130जे लगातार दूसरे साल दक्षिण कोरिया में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रहा है.

विमान के पायलट ने बताया…

विमान के पायलट कैप्टन जॉन इकेनबेरी ने सीएनएस को बताया कि इस अभ्यास के माध्‍यम से उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को सीधा संदेश दिया है, कि हम तैयार हैं. कैप्‍टन ने कहा कि अमेरिका के सेना के हरक्यूलिस गनशिप का लेटेस्‍ट वर्जन AC-130J लगातार दूसरे साल दक्षिण कोरिया में अपनी क्षमता का परीक्षण कर रहा है.

50 हजार फीट से लक्ष्‍य पहचानने में सक्षम लगा सकता है निशाना

चार इंजन वाला ये विमान 50 हजार फीट यानी लगभग 10 मील की ऊंचाई से निशाना लगा सकता है, जो इस विमान पर लगी अब तक की सबसे बड़ी बंदूक के लिए संभावित लक्ष्य हैं.  दक्षिण कोरिया में एक लाइव- सैन्‍य अभ्यास में 105 मिलीमीटर हॉवित्जर ने सियोल के पूर्व में 43 पाउंड के गोले दागे. फायरिंग इतनी ताकतवर थी कि 80 टन वजन का पिछला हिस्सा 6 फीट दाईं तरफ चला गया. इसके 10 सेकंड बाद विमान के अंदर लगी स्क्रीन पर रेंज में गोले गिरने की तस्वीर उभरती है. इस अभ्यास में जमीन पर दो टैंकों को टारगेट किया गया.

गाइडेड मिसाइल-बम करने में सक्षम

इस विमान में 105 मिलीमीटर की हॉवित्जर के अलावा 30 मिलीमीटर की तोप भी लगी है. साथ ही यह गाइडेड मिसाइल और बमों को लॉन्च करने में सक्षम है. इसे पैदल सेना का सबसे अच्छा दोस्त भी माना जाता है, क्योंकि यह सैनिकों के सामने कुछ ही दूरी पर दुश्मन पर ठिकानों पर फायर करने में सक्षम है. हवा में ईंधन भरने के साथ यह सैद्धांतिक तौर पर जमीनी बलों का समर्थन करते हुए तब तक स्टेशन पर रह सकता है, जब तक चालक दल और गोला-बारूद चल सकता है.

पहली बार वियतनाम युद्ध में हुआ था इस्तेमाल

बता दें कि अमेरिका के वायु सेना ने गनशिप का इस्तेमाल पहली बार वियतनाम युद्ध में जमीन पर किया था, जब C-47 परिवहन विमान के एक तरफ फायर करने के लिए 7.62 मिमी की बंदूकें स्थापित की थीं. उस क्षमता के साथ विमान एक लक्ष्य के चारों ओर चक्कर लगा सकता था और उस पर निरंतर गोली बरसा सकता था. अमेरिकी वायुसेना की रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी तोपें एक मिनट में 6 हजार राउंड फायर करने में सक्षम थी. समय के साथ युद्ध की भूमिका बदलीं और अमेरिकी वायु सेना गनशिप की भूमिका के लिए एक भारी विमान की खोज की. इस तरह C-130 हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट की ओर रुख किया. पहली बार C-130 को 1967 में दक्षिण पूर्व एशिया में प्रयोग में लाया गया.

ये भी पढ़ें :- वंदे मातरम की धुन से गूंजा वियना, ऑस्ट्रिया में पीएम मोदी का ग्रैंड वेलकम; चांसलर कार्ल नेहमर ने खींची सेल्फी

 

Latest News

Sharad Pawar ने पार्टी उम्मीदवारों के साथ की जूम मीटिंग, कहा- ‘जब तक रिजल्ट…’

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र चुनाव के लिए शनिवार (23 नवंबर) को सुबह 7 बजे वोटों की गिनती शुरु...

More Articles Like This