European leaders On Ukraine: ब्रिटेन में रविवार को यूक्रेन में शांति स्थापना की योजना को लेकर यूरोप के 18 नेताओं ने विचार-विमर्श किया. लंदन में हुई यूरोपीय नेताओं की यह बैठक व्हाइट हाऊस में जेलेंस्की और ट्रंप के बीच हुई नोकझोक के दो दिन बाद हुई है.
इस बैठक के दौरान सभी नेताओं ने इस बात का समर्थन किया कि यूक्रेन में शाति वार्ता में अमेरिका की सुरक्षा गारंटी अहम है. यूक्रेन की संप्रभुता बनाए रखने और रूस की आक्रामकता को रोकने के लिए यूरोपीय नेताओं ने अमेरिका की भूमिका को आवश्यक बताया. वहीं, पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क का बयान इस बैठक का मुख्य आकर्षण रहा, जिन्होंने अमेरिका की मदद पर सवाल उठाए.
पोलैंड के प्रधानमंत्री का बड़ा बयान
डोनाल्ड टस्क ने कहा कि आज 50 करोड़ यूरोपीय लोग 30 करोड़ अमेरिकियों से गुहार लगा रहे हैं कि 14 करोड़ रूसियों से हमारी रक्षा करें. इसकी वजह ये नहीं है कि हम कमजोर है, बल्कि इसलिए कि हमें खुद पर भरोसा नहीं है. हमें अपनी क्षमता को पहचानकर आगे बढ़ना होगा. इतना ही नहीं उन्होंने यूरोप को अपनी रक्षा जिम्मेदारी उठाने पर बल देते हुए कहा कि अमेरिका पर निर्भरता से आगे बढ़ना जरूरी है.
यूरोप को रक्षा खर्च बढ़ाने की आवश्यकता
इसके अलावा, टस्क ने यूरोपीय देशों से अपना खर्च बढ़ाने की भी अपील की, ताकि एक मजबूत और अच्छी तरह से सशस्त्र यूरोप तैयार किया जा सके, जो आक्रामकता को रोकने में सक्षम हो और यूक्रेन की संप्रभुता को बनाए रखने में मदद कर सके. डोनाल्ड टस्क ने कहा कि एक मजबूत यूरोप ही रूस की आक्रामक नीतियों का प्रभावी जवाब दे सकता है.
यूक्रेन को पोलैंड का अटूट समर्थन
उन्होंने पोलैंड के यूक्रेन के प्रति अटूट समर्थन की पुष्टि की. साथ ही जोर देकर कहा कि पोलैंड बिना किसी शर्त के यूक्रेन के पक्ष में है. वहीं, वाशिंगटन प्रशासन की स्थिति यूक्रेन-रूस मुद्दे पर स्पष्ट नहीं है, जबकि हमारी स्थिति स्पष्ट है.
वहीं, ट्रान्स-अटलांटिक सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा के लिए टस्क ने यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच शिखर सम्मेलन का भी समर्थन किया, जो इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के आह्वान के बाद प्रस्तावित किया गया. इस दौरान उन्होंने यूरोपीय देशों से पोलैंड और बाल्टिक देशों की रूस और बेलारूस के साथ सीमाओं को मजबूत करने में मदद की अपील की.
रूस और बेलारूस के साथ सीमाओं की सुरक्षा
टस्क ने इस क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती पर जोर देते हुए कहा कि मैं अपने साझेदारों को इसके लिए सहमत करूंगा. बता दें कि लंदन में हुई इस बैठक में यूरोप के नेताओं ने यूक्रेन में शांति की आवश्यकता को दोहराया और अमेरिका की सुरक्षा गारंटी की महत्ता पर बल दिया. वहीं, पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के विचार ने यूरोप की सुरक्षा और रक्षा क्षमताओं पर नई बहस छेड़ी है, जिससे आने वाले दिनों में यूरोप की रक्षा नीतियों पर असर पड़ सकता है.
इसे भी पढें:-ITBP जवानों के कैंप के पास भीषण हिमस्खलन, इलाके में छाई धुंध