Exhibition Of Rape Victims Clothes: दुनियाभर में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. अभी देश एक रेप पीड़िता की दर्दनाक कहानी से उभरता नहीं है, तब तक एक और रेप की खबर आ जाती है. दुष्कर्म को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों के बीच बहस तक छिड़ जाती है. कई बार कुछ लोग पीड़िताओं के प्रति सहानुभूति दिखाने की बजाय उनके कपड़ों और उनके रहन सहन पर सवाल उठाते हैं.
लोगों के इस तरह की ही सोच को बदलने के लिए बेल्जियम में एक प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसे देखकर हर किसी के रौंगटे खड़े हो जाएंगे. इस अनोखी प्रदर्शनी के जरिए रेप पीड़िताओं ने लोगों से सवाल भी पूछा है.
बेल्जियम में लगाई गई अनोखी प्रदर्शनी
आमतौर पर आपने देखा होगा कि प्रदर्शनी में कई तरह की अनोखी चीजें लगाई जाती हैं. लेकिन बेल्जियम में एक प्रदर्शनी में रेप पीड़िताओं के कपड़े दिखाए गए थे. दरअसल, प्रदर्शनी में वो कपड़े लगाए गए हैं, जिसे पीड़िताओं ने उस वक्त पहना था जब उनके साथ रेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया था. इन कपड़ों को देखकर हर किसी का दिल दहल गया. रेप पीड़िताओं ने दर्शकों से एक सवाल भी पूछा था- “Is it my fault?” (इसमें मेरी क्या गलती थी). इस प्रदर्शनी को भी यही नाम दिया गया है.
कपड़ों में एक बच्ची की शर्ट भी शामिल
दरअसल, इस प्रदर्शनी को पीड़ित सहायता समूह सीएडब्ल्यू ईस्ट ब्राबेंट की ओर से आयोजित किया गया था. सीएडब्ल्यू की लिसवेथ केन्स ने कहा, “इस प्रदर्शनी में घूमकर आप पाएंगे कि वे कपड़े बहुत ही साधारण थे. वे ऐसे कपड़े थे जो कि कोई भी पहनता है. प्रदर्शनी में एक बच्चे की शर्ट भी है जिस पर लिखा है “माय लिटिल पोनी”. ये एक कड़वी सच्चाई को बयां करता है.”
प्रदर्शनी लगाने का मुख्य उद्देश्य
इस प्रदर्शनी को लगाने का मुख्य उद्देश्य ये उन लोगों की सोच बदलना है जो पीड़िता को ही उसके कपड़े के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं. एग्जीबिशन में लगे कपड़ों में ऐसे कपड़े थे, जो हर कोई पहनता है. जिससे आप अपनी पूरी बॉडी कवर कर सकते हैं, लेकिन फिर भी आपके साथ रेप हो जाता है. उन कपड़ों में छोटे बच्चों के भी कपड़े शामिल हैं, जो ये दर्शाता है कि इसमें ना तो उन बच्चों की गलती है और ना ही उनके कपड़ों की. दरअसल, ये प्रदर्शनी साल 2018 में बेल्जियम में आयोजित की गई है, जिसने दुनियाभर के लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था.